NCC cadets of Uttarakhand

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शुक्रवार को हाथीबड़कला स्थित सर्वे ऑडिटोरियम में आयोजित नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में प्रतिभाग कर लौटे एनसीसी कैडेटों के उत्साहवर्धन हेतु आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने एनसीसी कैडेटों को सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिये देशभर में छठा स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर एनसीसी कैडेटों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि परेड में प्रतिभाग करने के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुति को देखकर यह समझा जा सकता है कि एनसीसी के माध्यम से किस प्रकार उनका सर्वागीण विकास होता हैं। एनसीसी कैडेटों छात्रों द्वारा प्रोफेसनस् की भांति कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि यह इन कैडिटो की एक माह की मेहनत का ही प्रतिफल है कि उनके प्रदर्शन को देशभर में छठा स्थान प्राप्त हुआ है जो पहले 16 से 17वें पर रहता था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एनसीसी की डिमांड बढ़ी है, इसी के दृष्टिगत उत्तरकाशी में एनसीसी की नई बटालाइन की स्थापना के लिए आवश्यक वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान दी गई। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में एनसीसी एकेडमी का शिलान्यास किया जायेगा इसके लिए भी भूमि व धनराशि की व्यवस्था कर दी गई है। यह एकेडमी ग्रीन एनर्जी पर विकसित होगी। इसके लिये इसके समीप ही 07 करोड़ की लागत से 750 मीटर लम्बी झील का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस एकेडमी को मॉडल एकेडमी के रूप में स्थापित करने के साथ ही इसे आधुनिक सुविधा युक्त बनाया जायेगा।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने एनसीसी को सहयोग देने वाले विभिन्न स्कूलों, संस्थाओं आदि के प्रतिनिधियों के साथ ही एनसीसी अधिकारियों व कैडेटों को भी सम्मानित किया। एनसीसी के एडीजी मेजर जनरल सुधीर बहल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एनसीसी में हर साल लगभग 16 हजार नये कैडिट आते है। राज्य के लाखों लोगों पर एनसीसी का प्रभाव है। उन्होंने कहा कि एनसीसी केवल फौज के लिये ही नही है बल्कि यह युवाओं के व्यक्तित्व विकास में भी योगदान देता है, जो उन्हें जीवन के हर पहलु में सफलता की ओर ले जाता है।