CloudBurst in Yamkeshwar: उत्तराखंड में कई इलाकों में कल से मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनायें सामने आ रही हैं। राजधानी देहरादून के रायपुर इलाके में कल देर रात 02:45 बजे बदल फटने की घटना से क्षेत्र में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहाँ बदल फटने के बाद आये भारी मलबे में कुछ लोगों के घर भी बह गए हैं।
वही आज तडके पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में भी में बादल फटने की सूचना मिली है। बादल फटने से वृद्धा की मौत की खबर मिली है, जबकि कई मवेशी बह गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक यमकेश्वर तहसील में बदल फटने से तीन गांवों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। कई गांवों में लोगों के घर जमींदोज हो गए हैं। एक महिला की मलबे में दबकर मौत हो गयी है। वहीं ग्रामीणों के कई मवेशियों के बह जाने का भी अंदेशा है।
पौड़ी के जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार यमकेश्वर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत तड़के साढ़े 3 बजे बादल फटने से भारी तबाही हो गयी है। आपदा कन्ट्रेाल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील यमकेश्वर के ग्राम बिनक में मकान के छतिग्रस्त होने से एक वृद्ध महिला की मृत्यु होने की प्राथमिक सूचना है। देर रात बारिश के चलते विधानसभा यमकेश्वर के अंतर्गत तीन मुख्य सड़क मार्ग राज्य राजमार्ग संख्या-09 रूट में लक्ष्मण झूला, दुगड्डा और धुमाकोट, नीलकंठ मोटर रोड और नालीखाल पोखरी खेत मुख्य सड़क मार्ग अवरुद्ध हैं। इसके अतिरिक्त मराल में एक चक्की के क्षतिग्रस्त होने तथा 2 पशुधन की हानि के साथ-साथ कुछ कृषि भूमि पर मलवा आने की सूचना प्राप्त हुई है। जिन लोगों के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं उनको ग्राम पंचायत में सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने प्राथमिक रेस्क्यू के दिए निर्देश
जनपद आपदा कंट्रोल रूम पौड़ी को प्राप्त प्राथमिक सूचना के आधार पर जनपद पौड़ी के अन्तर्गत विधानसभा यमकेश्वर में दो से तीन स्थानों पर अत्यधिक बारिश के चलते अथवा बादल फटने की घटनाएं सामने आने की सूचना है। जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे ने जनपद आपदा कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल अलर्ट रहने और स्थानीय स्तर पर संबंधित विभागों को तत्काल प्रभावित स्थलों का मौका मुआयना करते हुए प्राथमिक रेस्क्यू की कार्रवाई संपन्न करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्थानीय तहसील प्रशासन और संबंधित विभागों द्वारा प्रभावित विभिन्न संबंधित स्थानों पर स्थानीय लोगों की सहायता से प्राथमिक रेस्क्यू कार्य संपादित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी द्वारा आपदा कंट्रोल रूम से आपदा से संबंधित अद्यतन सूचना प्राप्त की जा रही है तथा संबंधित अधिकारियों और कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। जिलाधिकारी डॉ0 जोगदण्डें ने जिला पूर्ति अधिकारी पौड़ी को प्रभावित स्थलों के आस-पास आवश्यकतानुसार संबंधित प्रभावित लोगों को खानपान की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। आपदा कन्ट्रेाल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील यमकेश्वर के ग्राम बिनक में मकान के छतिग्रस्त होने से एक वृद्ध महिला की मृत्यु होने की प्राथमिक सूचना है। इसके साथ ही प्रभावित सड़क मार्गों को खोलने के प्रयास किये जा रहे है साथ प्रभावित स्थानों पर बाढ़ सुरक्षा कार्य जारी है।
आपदा कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात बारिश के चलते विधानसभा यमकेश्वर के अंतर्गत तीन मुख्य सड़क मार्ग राज्य राजमार्ग संख्या-09 रूट में लक्ष्मण झूला, दुगड्डा और धुमाकोट, नीलकंठ मोटर रोड और नालीखाल पोखरी खेत मुख्य सड़क मार्ग अवरुद्ध हैं। इसके अतिरिक्त अन्य स्थानीय संपर्क मार्ग भी जगह-जगह अवरुद्ध होने की सूचना है। लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड दुगड्डा द्वारा उपरोक्त मुख्य सड़क मार्गों को खोलने के लिए गट्टू घाट, पोखाल और गरुड़ चट्टी में जेसीबी तैनात की गई है। राज्य राजमार्ग संख्या-09 में किमी 16 पर गरूड़ चट्टी के निकट में जेसीबी मशीन सड़क खोलने को कार्यरत है इसके अतिरिक्त दो और जेसीबी भी तैनात की जा रही है। मार्ग संख्या-51 में 28 किलोमीटर की परिधि में देवीखाल तक लोक निर्माण विभाग द्वारा आवागमन के लिए खोल दिया गया है। जबकि अन्य अवरूद्ध मार्गों पर स्थानों पर पहाड की तरफ कटिंग कर सड़क खोलने के कार्य जारी है। राज्य राजमार्ग संख्या-09 व 15 पर जेसीबी मशीने कार्यरत है।
जनपद आपदा कंट्रोल रूम को बैरागढ़ में तीन वाहन के बहने और तीन मकानों के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त मराल में एक चक्की के क्षतिग्रस्त होने तथा 2 पशुधन की हानि के साथ-साथ कुछ कृषि भूमि पर मलवा आने की सूचना प्राप्त हुई है। जिन लोगों के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं उनको ग्राम पंचायत में सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ0 जोगदण्डे के दिशा निर्देशों के अनुसार सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित लोगों को फूड पैकेट और रहन-सहन की व्यवस्था जिला पूर्ति विभाग द्वारा ग्राम पंचायत के सहयोग से की जा रही है।
जनपद आपदा कंट्रोल रूम से ग्राम पंचायत प्रधानों से बरसात से हुई किसी भी प्रकार की क्षति के संबंध में लगातार सूचना प्राप्त की जा रही है। ग्राम पंचायतों को निर्देशित भी किया गया है कि यदि किसी का आवास आंशिक अथवा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुआ हो अथवा किसी का आवास यदि खतरे की जद में हो तो उनको ग्राम पंचायत की परिधि में सुरक्षित आश्रय प्रदान करें। जहां पर जिला पूर्ति विभाग द्वारा उनको फूड पैकेट जलपान इत्यादि की व्यवस्थाएं भी प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा के दृष्टिगत जिलाधिकारी लगातार आपदा कंट्रोल रूम से निगरानी बनाये हुए है।
उधर ऋषिकेश श्रीनगर के बीच नेशनल हाईवे 9 जगह बंद है। टिहरी में भी बारिश के बाद बाढ़ ने तबाही मचाई है। डोईवाला में बारिश से हाहाकार मचा है। नेशनल हाईवे 58 ऋषिकेश से देवप्रयाग के बीच पांच जगहों पर बाधित हो गया है। मजबूरन प्रशासन को श्रीनगर ओर ऋषिकेश से आने जाने वाले वाहनों को दूसरे मार्गों की तरफ डाइवर्ट करना पड़ा है। नेशनल हाईवे कल देर रात 11 बजे से बंद है। मार्ग को लोक निर्माण विभाग खोलने की कोशिश में जुटा हुआ है।
इसके साथ ही चमोली ओर रुद्रप्रयाग जनपदों में हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी के जलस्तर पर भी असर पड़ा है। जलस्तर सामान्य दिनों की तुलना में तेजी के साथ बढ़ रहा है। इससे नदी के आसपास और किनारे रहने वालों लोगों को खतरा पैदा हो गया है।