Uttarakhand secretariat guard recruitment paper leak case

uttarakhand secretariat guard recruitment rigged: UKSSSC की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक मामले की जाँच के दौरान उत्तराखंड सचिवालय रक्षक दल भर्ती परीक्षा में सामने आए घोटाले में भी एसटीएफ टीम को आज पहली सफलता मिली है। सचिवालय रक्षक भर्ती में हुई धांधली में भी एसटीएफ ने आरएमएस प्रिंटिंग प्रेस का कर्मचारी गिरफ्तार किया गया है।

इस केस में पहली गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के बाराबंकी निवासी प्रदीप पाल के रूप में की है। STF की गिरफ्त में आया प्रदीप पाल पहले लखनऊ स्थित RIMS प्रिंटिंग प्रेस का पहले कर्मचारी था और बाद में वो आयोग में लंबे समय तक कार्यरत था। प्रदीप ने ही पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र को चुराया था और फिर अपने अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों के साथ लाखों रुपए में सौदा तय कर पेपर बेचा था। जो छात्र सचिवालय रक्षक परीक्षा में अनुचित साधन से उत्तीर्ण हुए है उन्हें भी चिन्हित कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि अभी इस मामले में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। फिलहाल एसटीएफ गिरफ्तार प्रदीप पाल से उससे नेटवर्क से जुड़े लोगों के बारे में गहन पूछताछ कर आगे की जानकारी जुटा रही है।

इससे पहले Uttarakhand STF ने शनिवार सुबह UKSSSC पेपर लीक मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। UKSSSC पेपर लीक मामले में आरएमएस कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को एसटीएफ उत्तराखंड ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि सचिवालय रक्षक दल भर्ती मामले में एसटीएफ की प्रारंभिक जांच के बाद रायपुर थाने में गुरुवार देर शाम मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें हाकम सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है।

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