कांसखेत: पेशावर कांड के महानायक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की पुण्यतिथि पर आज पौड़ी जनपद के विकास खण्ड कल्जीखाल के अंतर्गत कांसखेत स्थित धनपुर धार में बनी उनकी प्रतिमा पर क्षेत्रीय युवा संगठन समिति एवं पूर्व सैनिक संगठन व स्थानीय व्यापार संघ ने फूल मालाएं चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर उनकी प्रतिमा स्थल पर स्वच्छता अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश दिया गया।

इस अवसर पर आयोजित पुष्पाजंलि सभा की अध्यक्षता करते हुए सेवानिवृत्त कैप्टन एवं ग्राम प्रधान थनुल कैप्टन नरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड की धरती देवभूमि, वीरभूमि के साथ तपोभूमि भी है। गढ़वाली एक सच्चे सैनिक होने के साथ प्रखर स्वंत्रतता संग्राम सेनानी भी थे। उन्होंने अंग्रजो भारत छोड़ो आंदोलन में भारत की आजादी की लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस क्षेत्र में उनकी प्रतिमा का आनावरण पर करने पर कैप्टेन नेगी ने जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। लेकिन इस बात पर नाराजगी जताई कि सम्बंधित विभाग ने पेशावर कांड के महानायक की प्रतिमा का शिलान्यास नही किया।

वहीँ क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी एवं ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी ने कहा कि हमारे क्षेत्र के लिए गौरव की बात हैं, कि उत्तराखंड के महानायक सबके प्रेणास्रोत वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली प्रतिमा यहाँ पर लगी हुई है। परन्तु इस बात का मलाल है कि इस प्रतिमा पर वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी का नाम एवं परिचय नही लिखा है, जिसके चलते अज्ञानतावश शरारती तत्व उनकी प्रतिमा को आए दिन क्षति पहुंचाते रहते हैं।

इस मौके पर सभी उपस्थित संगठनों के सदस्यों ने प्रतिमा एवं उसके आसपास सुरक्षा की जिम्मेदारी ली और सम्बंधित विभाग एवं जिला प्रशासन से लोकार्पण न होने पर जल्दी ही एक शिष्मण्डल प्रशासन को मिलकर जानकारी जुटाएगा। इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य सपना रावत, ग्राम प्रधान असुई प्रतिनिधि सन्तोष रावत, ग्राम प्रधान थापला राकेश कुमार, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष राकेश रावत, घण्डियाल के उप प्रधान एवं पूर्व सैनिक संगठन के उपाध्यक्ष संजय रावत, कांसखेत व्यापार संघ के अध्यक्ष चित्र सिंह रावत, पूर्व सैनिक रणवीर सिंह रावत, आजाद हिन्द फौज के सिपाई के पुत्र पूर्व सौनिक सज्जन सिंह नेगी, युवा संगठन समिति के ओर से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अरविंद नैथानी, अखलेश कुमार, बब्बू पटवाल, मुकेश नेगी, सोहन सिंह रावत आदि मौजूद रहे। श्रद्धाजलि सभा का संचालन विजय नैथानी ने किया।