Sarmoli village Best Tourism Village

Best Tourism Village Sarmoli:  उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत मुनस्यारी क्षेत्र के सरमोली गांव को देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव (Best Tourism Village) के रूप में पुरस्कृत किया गया। नई दिल्ली के भारत मंडपम सभागार में आयोजित समारोह में सरमोली वन पंचायत की सरपंच मलिका विरदी को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने स्वर्ण पदक और एक प्रशस्ति पत्र से युक्त पुरस्कार दिया। गांव को पुरस्कार मिलने से जिले भर में खुशी की लहर है।

बुधवार को प्रगति मैदान दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीण पर्यटन की नोडल अधिकारी कामाक्षी माहेश्वरी ने मल्लिका विर्दी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस दौरान मल्लिका विर्दी ने कहा कि मुनस्यारी क्षेत्र में नैतिक और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई वर्षों से कई लोगों ने काम किया है। नेतृत्व असाधारण रहा है और समुदाय ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि यह मुनस्यारी, उत्तराखंड और उन सभी लोगों खासकर महिलाओं के लिए गर्व की बात है, जिन्होंने अपने अधिकारों के साथ ही पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण की दुनिया में एक विशिष्ट स्थान बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने इस प्रयास को सफल बनाने के लिए सभी लोगों का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि सरमोली गांव ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पर्यटन का मॉडल बन सकता है। इस मौके पर त्रिलोक राना सहित कई लोग मौजूद रहे।

वर्ष 2004 में मल्लिका विर्दी के मार्गदर्शन में सामुदायिक आधारित होम स्टे और प्रकृति कार्यक्रम शुरू किया गया था। मल्लिका विर्दी दो बार (2004 से 2010 और 2017 से 2022) वन पंचायत की सरपंच रहीं। विरदी ने 2016 में हिमालयन आर्क नामक एक एनजीओ के माध्यम से मुनस्यारी उप-मंडल में स्थित सरमोली में ग्राम पर्यटन को बढ़ावा देने की प्रक्रिया शुरू की। वह एनजीओ की निदेशक भी हैं। 2007 से मेसर वन कौतिक नामक एक लोकप्रिय वन मेले के साथ-साथ हिमाल कलासूत्र नामक एक प्रकृति और संस्कृति उत्सव आयोजित करना शुरू किया। हिमाल कलासूत्र के दौरान, पक्षी उत्सव, तितली और कीट उत्सव, पारंपरिक भोजन उत्सव, डामो नगाड़ा ढोल उत्सव, खलिया चैलेंज नामक एक नवाचारी उच्च ऊंचाई मैराथन और कई ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इससे सरमोली गांव को पूरे देश में पहचान मिली। विरदी ने कहा, ‘यह पुरस्कार सरमोली गांव के सभी निवासियों का सम्मान है, खासकर उन लोगों का जो समुदाय-आधारित पर्यटन में विश्वास करते हैं’

मलिका विरदी ने बताया गांव में लगभग 50 परिवार सीधे तौर पर होम स्टे पर्यटन से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा टैक्सी ड्राइवरों, पर्यटक गाइडों और स्थानीय कलाकृतियों और कृषि उपज बेचने वाले दुकानदारों के 30 से अधिक परिवार हैं। उन्होंने कहा गांव में होम स्टे सुविधाओं से 2016 के बाद से 700 पर्यटक आए हैं। अब तक 50 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है।

सरमोली गांव (Sarmoli village)

पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी का सरमोली गांव अपने आप में समृद्ध संस्कृति और नैसर्गिक सुंदरता को समेटे हुए है। पर्यावरण संरक्षण के साथ गांव के लोगों ने ग्रामीण पर्यटन को स्वरोजगार बनाया है। ईको टूरिज्म और साहसिक पर्यटन के लिए पर्यटक सरमोली गांव आते हैं। यहां से नंदा देवी, राजरंभा, पंचाचूली, नंदा कोट चोटियों का दृश्य हर किसी को आकर्षित करता है। गांव में होम स्टे पर्यटकों की पहली पसंद है, जो यहां की महिलाएं मिलकर चलाती हैं। यहां के 90 प्रतिशत लोग पर्यटन कारोबार से जुड़े हैं और गांव की सालाना आय भी 50 लाख के पार है। यही वजह भी है कि सबसे बेहतरीन पर्यटन गांव के रूप में मुनस्यारी के सरमोली गांव को एक नई पहचान मिली है।