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Ankita Murder Case : बीते 5 दिनों से यमकेश्वर ब्लॉक स्थित गंगा भोगपुर के वनंतरा रिजॉर्ट से लापता हुई पौड़ी गढ़वाल की 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने अंकिता की हत्या किये जाने की पुष्टि करते हुए रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित तथा सौरभ भाष्कर को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस पूछताछ में ओरापितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हालांकि अभी तक अंकिता का शव बरामद नहीं हो पाया है। शव की तलाश हेतु एसडीआरएफ द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि अंकिता गंगा भोगपुर स्थित वनतरा रिजॉर्ट में पिछले महीने 28 अगस्त से रिसेप्शनिस्ट पद पर काम कर रही थी। अंकिता भण्डारी 18 सितंबर को रिसॉर्ट से ही रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मामले की जांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल यशवन्त सिंह चौहान को सौंपी थी। जिसका शुक्रवार को खुलासा कर दिया गया।

पुलिस पूछताछ में पता चला कि रिसॉर्ट का मालिक पुलकित आर्य और अन्‍य आरोपित अंकिता पर कस्टमर से शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव बनाते थे। यह बात अंकिता ने अपने कुछ साथियों को बता दी थी। इसी को लेकर अंकिता और आरोपितों के बीच विगत 18 सितंबर को विवाद हुआ था। जिसके बाद आरोपित उसे अपने साथ दोपहिया वाहन में घुमाने के लिए ले गए। रास्‍ते में तीनों आरोपितों के साथ अंकिता कि दोबारा कहासुनी हुई। इस दौरान उनके बीच हाथापाई भी हुई। जिससे अंकिता को धक्‍का लगा और वो नहर में गिर गई। आरोपित अंकिता को ऐसे ही छोड़ वापस रिसॉर्ट आ गए और सबको नई कहानी सुनाई। वनंतरा रिजॉर्ट का मालिका पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री भाजपा विनोद आर्य का बेटा है।

सीसीटीवी फुटेज से मिली मदद

रिजॉर्ट से मिले सीसीटीवी फुटेज से पूरे मामले का पता चला। जिसके आधार पर मामले में रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित गुप्ता की संलिप्‍तता सामने आई। सीसीटीवी में अंकिता इन तीनों के साथ रिजॉर्ट से जाती दिखी।

वहीं रिजॉट कर्मियों से पूछताछ की गई तो उन्‍होंने बताया कि 18 सितंबर को अंकिता काफी परेशान थी। उन्‍होंने बताया कि अंकिता रात करीब आठ बजे पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित गुप्ता के साथ गई थी। लेकिन वापस नहीं लौटी। उस रात लौटने के बाद तीनों आरोपितों ने स्‍टाफ को अंकिता के रूम में खाना देने नहीं भेजा, बल्कि खुद अंकित गुप्ता उसके कमरे में खाना लेकर गया था।

इसके बाद पुलकित आर्य पुत्र डाक्‍टार विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर थाना ज्वालापुर हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष, अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पुत्र राजेन्द्र कुमार गुप्ता निवासी 42 ए दयानंद नगरी थाना ज्वालापुर हरिद्वार उम्र करीब -19 वर्ष और सौरभ भाष्कर पुत्र शक्ति भाष्कर निवासी 18 ए सूरजनगर थाना ज्वालापुर हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष को हिरासत में लिया गया।

तीनों से पूछताछ की गई तो उन्‍होंने अपराध कबूल कर लिया। इकबाले जुर्म करते हुए आरोपित सौरभ ने बताया कि 18 सितंबर की शाम पुलकित व अंकिता रिजॉर्ट में थे तब दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इस पर पुलकित ने कहा कि अंकिता गुस्से में है इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं।

चारों एक बाइक और एक स्‍कूटी से रिजॉर्ट से निकले। हम लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पंहुचे। तब बैराज चौकी से करीब 1.5 किमी दूर पुलकित अंधेरे में रुका तो हम भी रुक गए। उसके बाद वह हमने शराब पी और मोमो खाए।

हम अंकित व पुलकित चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे। तभी दोबारा अंकिता व पुलकित के बीच विवाद हुआ। पुलकित ने कहा कि अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती है। हमारी बातें अपने साथियों को बताती है कि हम उसे कस्टमर से सम्बन्ध बनाने के लिये कहते हैं।

इस पर अंकिता गुस्सा हो गयी और उससे हमारी झड़प हो गयी। तब अंकिता ने कहा कि मैं रिजॉर्ट की हकीकत सबको बता दूंगी और इतना कहकर उसने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इस पर हमें गुस्सा आ गया। हम नशे में थे, पता नहीं चला कि हम क्या कर रहे हैं। अंकिता हमसे हाथापाई करने लगी तो हमने गुस्से में उसे धक्का दे दिया और वह नहर में गिर गई।

हम घबरा गए और प्लान के तहत रिजॉर्ट पहुंचकर शैफ मनवीर से अंकिता के बारे में पूछने पर कहा कि वह हमारे साथ नहीं थी। प्लान के तहत अंकित ही खाना लेकर अंकिता के कमरे मे गया और खाना रखकर आ गया। अगली सुबह पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार चले गये और हरिद्वार से पुलकित ने नया मोबाइल और अपने जियो का डमी सिम खरीदा।

प्लान के तहत पुलकित ने हमारे रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरव बिष्ट को कहा कि अंकिता को कमरे में जाकर उसका फोन ले आओ ताकि सौरव बिष्ट कमरे में जाये और हमें बताये की अंकिता कमरे में नहीं है और न ही फोन है। और यही हुआ। पुलकित ने ही अंकिता की गुम होने की एफआइआर दर्ज कराई।

किसी को शक न हो इसलिए आरोपियों ने ही अंकिता की गुमशुदगी की प्राथमिकी भी दर्ज करवाई थी। इसके बाद आरोपियों ने प्लान किया कि तीनों एक जैसे बयान देंगे। इसके लिए तीनों आरोपियों ने सोच समझकर घटना की टाइमिंग सेट की। उसी के अनुसार आरोपियों ने अंकिता की गुमशुदगी भी दर्ज करायी, जिससे उन पर कोई शक न हो सके। मामला राजस्व पुलिस के पास होने के चलते आरोपियों ने योजना के तहत ही बयान दर्ज कराए, लेकिन 18 सितंबर से बेटी की कोई खबर नहीं मिलने पर परिजनों को चिंता सताने लगी।

परिजनों ने 21 सितंबर इस पर जिला मुख्यालय पौड़ी में डीएम से बेटी की खोजबीन के लिए गुहार लगाई। साथ ही मामला रेगुलर पुलिस को सौंपने की भी मांग की। जिस पर डीएम डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बीते गुरुवार 22 सितंबर को मामला राजस्व पुलिस ने रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया। एसएसपी पौड़ी ने तेजी दिखाते हुए टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की। पुलिस से सबसे पहले रिजॉर्ट से ही जांच से ही शुरुआत की गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर रिजॉर्ट के मालिक, मैनेजर और कर्मियों से गहनता से पूछताछ की तो सारा मामला परत दर परत खुलता चला गया।