Pauri Garhwal news: पौड़ी गढ़वाल के गांवों में बीते कुछ महीनों से चोरी की वारदात तेजी से बढ़ने लगी हैं। चोरों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़े मकानों में चोरी की घटना को अंजाम से पहले वहां खाना बनाकर खा रहे हैं और फिर घर में रखा सामान उड़ाकर निकल जा रहे हैं। ताजा मामला पौड़ी जिला मुख्यालय के नजदीकी बैग्वाड़ी गांव का है। बीते गुरुवार रात बैंग्वाड़ी गांव में चोरों ने ग्राम प्रधान के घर समेत 6 बंद मकानों के ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। यही नहीं चोरों ने चोरी करने से पहले एक मकान के भीतर घुसकर आराम से रोटी सब्जी बनाई और पेट पूजा की। और उसके बाद घर हाथ साफ कर चले गए।

बैंग्वाड़ी की ग्राम प्रधान मधु कुकशाल ने बताया कि वह बच्चों को पढ़ाने के लिए पौड़ी में रहती हैं। शुक्रवार सुबह जब वह अपने गांव बैंग्वाड़ी पहुंची तो, उनके पैतृक घर के ताले टूटे हुए थे। इसके बाद अगल-बगल देखा तो अन्य 5 घरों के भी ताले टूटे हुए मिले। उन पांच मकानों के भवन स्वामी गाँव में नहीं रहते हैं। जिसके बाद उन्होंने पौड़ी पुलिस को मामले की जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद एसएचओ गोविंद सिंह गांव पहुंचे, तभी निरीक्षण करने के बाद पता चला कि चोरों ने 6 घरों के ताले तोड़े हैं।

गांव में अधिकांश लोग बाहर रहते हैं, जो कभी कभार अपने गांव आते हैं। उन्होंने बताया कि चोरों ने ताला तोड़कर पीड़ित बिमलेश सती के पैतृक घर में पहले प्याज की सब्जी और रोटी बनाई, और वहीँ खाई। लेकिन चोरों ने घर में रखी शराब नहीं पी। घरों में सामान बिखरा पड़ा था। चोरों ने एक बक्से से कुछ नकदी भी चुराई। बहरहाल चोरी के सामान की पुष्टी भवन स्वामियों द्वारा ही होगी।

इससे पहले इस तरह की अनोखी चोरी की दो घटनायें कल्जीखाल ब्लॉक की मनियारस्यूं पट्टी के दो अलग-अलग गांवों में हो चुकी हैं। पहली घटना 17 जून (शनिवार रात) की है। यहां मनियारस्यूं पट्टी के ग्राम सूराल गांव में अज्ञात चोरों द्वारा तीन बंद घरों के ताले तोड़ डाले गए थे। चोरों ने ताले तोड़ने में जाया हुई शक्ति के ऐबज में घर के अन्दर पहुंचकर इत्मीनान से दाल-भात बनाया, खाया औरफिर सामान लेकर चल दिए। वहीँ दूसरी घटना भी मनियारस्यूं पट्टी की है।  यहाँ बीती 12 जुलाई की रात को मनियारस्यूँ पट्टी के सुनारसारी गांव में अज्ञात चोरों 3 घरों के ताले तोड़ डाल दिये गए। इस बार भी चोरी का तरीका वही था। रात में एक घर में घुसकर वहां दाल-भात बनाया, खाया और सामान लेकर फरार हो गए।

चोर खाली घरों को ही टारगेट बना रहे हैं। इस तरह की घटनायें ग्रामीण क्षेत्रों के लिए खतरे का संकेत है। चोरी की घटनाओं से क्षेत्र में भय का उत्पन हो गया हैं।