Uttarakhand Chamoli Glacier Burst update: उत्तराखंड के चमोली जनपद में रविवार सुबह ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के बाद मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आपदा में लापता हुए लोगों को खोजने के लिए राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक आपदा में लापता हुए कुल लोगों की संख्या 206 पहुँच गई है। जिनमे से अब तक 31 के शव बरामद कर लिए गए हैं। जबकि 175 लोग अभी भी लापता हैं।
वहीँ तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की एक सुरंग में फंसे करीब 35 व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आइटीबीपी, एसडीआरएफ, सेना, जिला प्रशासन की टीम आपरेशन में जुटी हैं। सुरंग से 130 मीटर तक मलबा हटाया जा चुका है। वहीं, रेस्क्यू के दौरान प्रभावित क्षेत्र ऋषिगंगा हाइड्रो प्रोजेक्ट में चार और शव बरामद हुए हैं, जिसके बाद मृतकों की संख्या 30 हो गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि टनल में क़रीब 35 श्रमिक फंसे हैं, उनके लिए ड्रिल करके टनल में रस्सी लगाने की कोशिश की जा रही है। इसकी सफलता में अभी थोड़ा समय लगेगा लेकिन इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री का सुबह फोन आया था, प्रधानमंत्री लगातार यहां का अपडेट ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आईटीबीपी अस्पताल जोशीमठ में भर्ती घायलों से मिलकर हालचाल जाना
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आईटीबीपी अस्पताल जोशीमठ में भर्ती घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित सीमांत गांव क्षेत्र रैणी जाकर वहाँ की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि कनेक्टीवीटी से कट गये गांवों में आवश्यक वस्तुओं की कमी न रहे। रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सडक संपर्क टूट गया था।
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