UTTARAKHAND CHARDHAM YATRA 2025: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्द चारधाम यात्रा कल यानी 30 अप्रैल 2025 को गंगोत्री और यमुनोत्री जी के कपाट खुलने के साथ ही शुरु होने जा रही है। चारधाम यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले आज हरिद्वार से श्रद्धालुओं का पहला जत्था बदरी केदार के जयकारों का उद्घोष करते हुए चारधाम यात्रा के लिए रवाना हो गया है। चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर इस बार पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए हैं। यात्रा मार्गों पर निगरानी के लिए कुल 624 सीसीटीवी कैमरे सक्रिय कर दिए गए हैं। इन कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए आईजी रेंज कार्यालय में एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूम भी स्थापित कर दिया गया है।
इस कंट्रोल रूम का प्रभारी एसपी ट्रैफिक देहरादून लोकजीत सिंह को बनाया गया है। कंट्रोल रूम में डीएसपी और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी भी तैनात किए गए हैं। यहां 24 घंटे रोस्टर के हिसाब से अधिकारी और कर्मचारी निगरानी का काम करेंगे, ताकि किसी भी स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके। कंट्रोल रूम से चारधाम यात्रा मार्ग और प्रमुख स्थलों की लाइव मॉनिटरिंग की जा रही है।
कैमरों की कवरेज इस बार पिछले वर्षों की तुलना में और अधिक व्यापक की गई है। हरिद्वार, देहरादून, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिलों में कुल 624 कैमरे लगाए गए हैं। इनमें सबसे अधिक 120 कैमरे रुद्रप्रयाग जिले में स्थापित किए गए हैं, जो यात्रा के प्रमुख पड़ावों की निगरानी कर रहे हैं।
इन स्थानों पर लगे इतने कैमरे
- देहरादून – 107
- हरिद्वार – 85
- टिहरी गढ़वाल – 102
- पौड़ी गढ़वाल – 44
- रुद्रप्रयाग – 115
- चमोली – 79
- उत्तरकाशी – 35
- केदारनाथ धाम – 5 कैमरे
- बदरीनाथ धाम – 16 कैमरे
- गंगोत्री – 24 कैमरे
- यमुनोत्री – 12 कैमरे
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस व्यापक निगरानी व्यवस्था से भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और आपात स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी। साथ ही, किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सकेगी। कंट्रोल रूम से निगरानी के चलते इस बार यात्रा को अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित यात्रा अनुभव मिल सके।