Kashipur murder case, Uttarakhand Police filed murder case against UP Police

उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में बुधवार देर शाम हुए खून खराबे से पूरे क्षेत्र में बड़ा बवाल मचा हुआ है। दरसल काशीपुर में हुए इस बवाल की जड़ 50 हजार का इनामी खनन माफिया और गैंगस्टर जफर है। जिसकी तलाश में बुधवार शाम यूपी की मुरादाबाद पुलिस सादी वर्दी में कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव में दबिश देने आई थी। जानकारी के मुताबिक यूपी पुलिस के 10-12 लोग सादी वर्दी में जसपुर ब्लाक के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर घर में घुसे। जिसका घर के लोगों ने विरोध किया। इसी दौरान बात बढ़ गयी और यूपी पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई फायरिंग में जसपुर ब्लाक के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई। इस घटना में यूपी पुलिस के एक दारोगा समेत पांच सिपाही भी घायल हो गए। मृतक महिला के परिवार वालों का कहना है कि सादा कपड़ों में मुंह ढक कर पहुंचे लोगों की गतिविधियों को देखकर लगा था कि वे बदमाश हैं। जब उन्होंने ललकारा तो दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई।

भुल्लर की पत्नी की गोली लगने से हुई मौत से आक्रोशित करीब 400 ग्रामीणों ने कुंडा थाने के सामने फोरलेन जाम कर दिया। जाम की सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। इस दौरान यूपी पुलिस के 3 जवानों समेत 5 लोगों के भी घायल होने की बात सामने आ रही है। काशीपुर पुलिस ने ज्येष्ठ उप प्रमुख की तहरीर पर इस मामले में यूपी पुलिस के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

काशीपुर की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यूपी पुलिस उत्तराखंड में आकर एक जनप्रतिनिधि के घर में घुसकर फायरिंग कर देती है और उत्तराखंड पुलिस को इसकी खबर ही नहीं होती। नियम कायदों को ताक पर रखने का नतीजा ही है कि इस घटना ने दोनों राज्यों की पुलिस को आमने सामने ला खड़ा किया है।

उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस पर हत्या का केस दर्ज किया

घटना का पता लगते ही उधमसिंह नगर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। तत्काल डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे घटनास्थल पर पहुंचे। इस मामले में कुमाऊं रेंज के डीआईजी नीलेश आनंद का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस हमें बिना सूचना दिए यहां आई। उन्होंने घर में घुसकर फायरिंग की जिससे एक महिला की मृत्यु हुई है। यह एक संगीन अपराध है इसलिए इसमें हत्या और षडयंत्र का मुकदमा दर्ज़ हुआ है। हमने असलहा, गाड़ी और खाली खोका बरामद किया है, उसकी जांच कराएंगे।

डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि यूपी पुलिस के लोग उधमसिंह नगर पुलिस की अभिरक्षा से भागे हैं। इसकी भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यूपी के घायल पुलिस कर्मियों को जब एलडी भट्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वो लोग वहां से भाग गए। ये भी शिकायत है कि सूर्या चौकी में जब यूपी पुलिस को रोकने की कोशिश की गई तो वो लोग बैरीकेड तोड़कर भाग गए। डीआईजी ने कहा कि यूपी पुलिस से पूछा गया है कि अगर वो मुजरिम को पकड़ने आने वाले थे तो उन्होंने पहले क्यों नहीं बताया।

वहीँ यूपी पुलिस की ओर से बताया जा रहा है कि खनन माफिया जफर बहुत ही शातिर है। यूपी पुलिस को डर था कि अगर उन्होंने रेड की जानकारी उत्तराखंड पुलिस को दी तो जानकारी लीक हो सकती है। यूपी पुलिस ने कहा है कि महिला की मौत उनकी गोली से नहीं हुई है। इस पर डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि इसकी पूरी जांच की जा रही है। जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। डीआईजी ने कहा कि हमारी फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है कि महिला को लगी गोली किसकी थी। उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड भी घटनास्थल पर लाया गया है। पुलिस पूरी जांच कर रही है। हम यूपी पुलिस के लगातार संपर्क में हैं।