उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा एक और इंसानियत की मिसाल देखने को मिली है, उत्तरकाशी पुलिस के यमुनोत्री चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर लोकेन्द्र बहुगुणा कल 5 जून 2018 को अपने स्टाफ के साथ यमनोत्री मार्ग पर भैरो घाटी के पास लगे जाम को खुलवाने के लिए पैदल ही चल पड़े. जहाँ पर जाम खुलवाते वक्त मध्य प्रदेश से आये यात्री रांझी राजक अचानक सीने मे दर्द होने के कारण जमीन पर गिर गए. जिसे देख सब इंस्पेक्टर लोकेन्द्र बहुगुणा द्वारा उसे घोड़े पर बिठाने की कोशिश की गयी परन्तु सीने मे अत्यधिक दर्द के कारण वह घोडे पर संभल नही पा रहा था, यात्री की तबीयत ज्यादा बिगड़ते देख एस0आई0 लोकेन्द्र बहुगुणा ने पालकी/डोली का इंतजार किये बिना, मानवता की मिसाल पेश करते हुये यात्री को तुरंत अपनी पीठ पर लादकर लगभग 02 किलोमीटर पैदल ले जाकर प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र यमुनोत्री पहुँचाया जहाँ पर इलाज के बाद डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि अगर इस व्यक्ति को हॉस्पिटल लाने मे थोड़ी देर हो जाती तो लो ब्लड प्रेशर व हार्टअटैक के कारण से इनकी मृत्यु भी हो सकती थी। पर्यटक रांझी राजक ने इलाज के बाद नम आँखों से सब इंस्पेक्टर लोकेन्द्र बहुगुणा के पैर पडकर और सीने से लगाकर जान बचाने के लिये आभार प्रकट कर धन्यवाद किया। रांझी राजक के साथ आये अन्य पर्यटको द्वारा इस पुलिस अधिकारी के सराहनीय कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। राहगीरों द्वारा तो पुलिस को भगवान तक की संज्ञा दी गयी। अभी कुछ दिन पहले भी उत्तराखण्ड की नैनीताल पुलिस ने इमानदारी की मिसाल पेश करते हुए, दिल्ली के एक सैलानी का नगदी व बहुमूल्य सामग्री से भरा बैग दिल्ली से वापस बुलाकर उन्हें लौटाया।