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नोएडा: गुरूवार 20 सितम्बर का दिन उत्तराखण्ड क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक दिन रहा। राज्य गठन के 18 साल बाद पहली बार उत्तराखण्ड की क्रिकेट टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी जैसे देश के बड़े घरेलू टूर्नामेंट में आगाज किया। हालांकि उत्तराखण्ड की टीम को अपने पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा। गुरूवार को गुजरात के शास्त्री मैदान में उत्तराखण्ड और बिहार के बीच खेले गए मुकाबले में बिहार ने उत्तराखण्ड को 5 विकेट से हरा दिया।

विजय हजारे ट्रॉफी के सीमित ओवरों के मैच में बिहार ने टॉस जीतकर उत्तराखण्ड को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। बल्लेबाजी करने उतरी उत्तराखण्ड टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही, और मैच के दूसरे ही ओवर में 13 रन के स्कोर पर सलामी बल्लेबाज कर्णवीर कौशल चलते बने। इसके बाद एक छोर से लगातार अंतराल में विकेट गिरते रहने से टीम पूरी तरह से दबाव में आ गई। हालाँकि दूसरे छोर पर सलामी बल्लेबाज विनीत सक्सेना जमे रहे। उन्होंने उत्तराखण्ड की ओर से सर्वाधिक 57 रन बनाये। उनके अलावा दीपक धपोला ने 38 रन बनाए। इस तरह उत्तराखण्ड की पूरी टीम 43.2 ओवर में मात्र 160 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

160 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिहार की टीम ने संभल कर बल्लेबाजी की। और सलामी बल्लेबाज विकास राजन के शानदार 79 रनों की बदौलत मात्र 37.3 ओवरों में 5 विकेट खोकर मैच आसानी से जीत लिया। उत्तराखण्ड की ओर से सनी राणा, मायक मिश्रा एवं एम रंगराजन ने एक–एक विकेट हासिल किया। इसके अलावा दो खिलाड़ी रनआउट हुए। उत्तराखण्ड की टीम 21 सितम्बर को अपना दूसरा मैच पुडुचेरी के खिलाफ खेलेगी।