कल्जीखाल: गढ़वाल लोकसभा के अंतर्गत पोलिंग बूथों के पुनर्गठन के कारण कई मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पौड़ी विधानसभा के अंतर्गत कल्जीखाल ब्लॉक के कई नए मतदान के केन्द्रों के पुनर्गठन के कारण इस बार कई वोटरों को मतदान केन्द्र तक पहुंचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा तो कई बुजुर्ग व विकलांग मतदाता मतदान से वंचित रह गए। मतदान केन्द्र नैथना से घणडियाल राजकीय प्राथमिक विद्यालय नया मतदाता केन्द्र संख्या 92 का पुनर्गठन किया जिसमें राजस्व गांव घण्डियाल, साकनी बड़ी, सैण गांव समालित किए गए. सैण गांव से मतदान केंद्र घंडियाल की दूरी करीब 6 किलोमीटर होने के साथ-साथ खड़ी चढ़ाई भी है। ऐसे में कुछ वृद्ध एवं गर्भवती महिलाओं को मतदान से वंचित रहना पड़ा। जबकि सैण गाँव से नजदीक एक किलोमीटर पर मतदान केन्द्र देवल हैं। लेकिन सैण ग्राम पंचायत साकनी बड़ी में आने के कारण पूरी ग्राम पंचायत का मतदान केन्द्र 6 किलोमीटर दूर घण्डियाल में समायोजित कर दिया गया, जिससे मतदाओं में भारी आक्रोश और मायूसी रही।
कई बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान केन्द्र तक पहुंचने के लिए टैक्सी बुक करनी चाही लेकिन प्रशासन की ओर से यातायात की अनुमति न मिलने के कारण वे भी मतदान से वंचित रहे। सैण गांव की मतदाता अंकिता देवी अपने दो माह के बच्चे को साथ लेकर छः किलोमीटर दूर खड़ी चढ़ाई तय कर नये मतदान केन्द्र घण्डियाल मत देने पहुंची। इसी प्रकार कल्जीखाल मतदान केन्द्र दिउसी के अंतर्गत ग्राम गढ़कोट के वृद्ध मतदाता मतदान केन्द्र 8-10 किलोमीटर दूर होने के कारण मतदान करने नहीं पहुंच पाए। जबकि दिउसी मतदान केन्द्र से नजदीक नया।मतदान केन्द्र धारी एवं घण्डियाल एक-एक किलोमीटर पर हैं। पूर्व में मतदान स्थलों का पुनर्गठन स्थानीय ग्रामीणों का प्रस्ताव व सुझाव अमल नही किया जिसका कारण मतदाताओ को मतदान से बंचित रहना पढ़ा वही पार्टी प्रत्याक्षियों को इस नुकसान उठाना पढ़ा देवभूमिसंवाद के लिए कल्जीखाल से जगमोहन डांगी की विशेष रिपोर्ट
यह भी पढ़ें:
उत्तराखंड: वोटरों में दिखा गजब का उत्साह, 100 साल पार के कई बुजुर्गों ने किया मतदान