Women prepared more than 5000 seed bombs in Tehri

बीज बम अभियान: समय के साथ साथ जैव विविधता प्रभावित हो रही है। जंगल में जंगली जानवरों के लिए भरण पौषण के लिए खाद्य की उपलब्धता कम होने के कारण मानव एवं वन्यजीव संधर्ष बढता जा रहा है। गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा चलाये जा रहे बीज बम अभियान 9 जुलाई से 15 जुलाई 2022 तक पूरे राज्य में बीज बम अभियान चलाया जा रहा है। बीज बम अभियान का शुभारंभ राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गाया है।

इस अभियान को माउंट वैली डेवलपमेंट एसोसिएसन संस्था द्वारा टिहरी गढवाल के भिलगंना, जाखण्डीधार ब्लाक के लगभग 20 गांवों कोटी, मठियाली, स्वाती, स्वाड़ी, गेंवली, कवंलि, चाह, गडोलिया, पडागलि, बनचुरी, डखवाण गाँवव, केमर बासर, भल्डगांव एवं राजकिय इंटर कालेज पौखाल, मगरो, कोठीयाडा, घुमेटीधार एवं घनसाली में 500 से भी अधिक महिलाओ, बच्चों, छात्र-छात्रओं व युवाओ ने मिल कर 5000 से अधिक बीज बम तैयार कर अपनी रूचि अभिव्यक्त की है।

बीज बम बनाने के लिए कद्दू, लौकी, तौरी, चूली, खुमानी, मक्का, आडु, खीरा आदि बीजो को मिट्टी व गोबर के गोले बना कर, उनमे 2-3 बीज डाल कर, जंगल व बंजर भूमि में छोटे छोटे गड्ढे बना कर बोया है।

संस्था प्रतिनिधि नवप्रभात का कहना है कि गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा यह मुहिम पूरे राज्य स्तर पर महिलाओं, युवाओं, छात्र-छात्रओं एवं पुरूषों द्वारा अलग-अलग बीज के बीज बम बनाकर तैयार किये जा रहें और जनमानस जैव विविधता एवं सरंक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। संस्था का प्रयास है 15 जुलाई को बडे स्तर पर बीज बम बोने का कार्य किया जायेगा। जिसमे बडे स्तर पर लोगों में जागरूता लाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।

प्रतिभा का कहना है कि आने वाले दिनों में बीज बम अभियान से ज्यादा से ज्यादा हितधारकों को जोड़कर अभियान के माध्यम से मानव वन्यजीव संघर्ष व जैव विविधता के सन्दर्भ में जागरूकता बढ़ाएं।

अंजली का कहना है कि इस तरह के अभियान में छात्र-छात्रओं का प्रतिभाग बहुत जरूरी है, संस्था प्रतिनिधि अनीता ने कहा है कि इस तरह के अभियानो का उत्तराखण्ड में इतिहास रहा है जिनकी शुरूआत महिलाओं ने की है और अपनी पूर्ण भूमिका दी है।