नई दिल्ली : बीते 19 दिनों से लापता भारतीय सैनिक हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की तलाश में राज्य व केंद्र सरकार द्वारा गंभीरता न दिखाने से आहत दिल्ली एनसीआर की सामाजिक संस्थाओं ने सरकार से लापता सैनिक को जल्द से जल्द खोजने की अपील की है। आपको बता दें कि 11वीं गढ़वाल राइफल के जवान हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी पिछले कुछ समय से कश्मीर के गुलमर्ग में सीमा पर निगरानी के लिए तैनात थे। गुलमर्ग में भारी बर्फबारी के दौरान गश्त कर रहे राजेन्द्र नेगी बीती 8 जनवरी को बर्फ में फिसल गए। जिसके बाद से वे लापता हो गए। आशंका जताई जा रही है कि हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी बर्फ में फिसलकर पाकिस्तान की सीमा में चले गए। हालाँकि इस बारे में अभी तक न तो पाकिस्तान की तरफ से कोई जानकारी दी गई है और नहीं भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि की है। राजेंद्र सिंह नेगी मूलरूप से उत्तराखंड के चमोली जनपद के आदिबद्री क्षेत्र के पजियाणा गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में उनकी पत्नी व तीन बच्चे अंबीवाला स्थित सैनिक कॉलोनी, देहरादून में रहते हैं। राजेंद्र सिंह नेगी वर्ष 2002 में गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे।
करीब 18,19 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक लापता हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी कोई सुराग न मिलने से आहत दिल्ली/एनसीआर में रह रहे उत्तराखंड मूल के लोगों उत्तराखंड सरकार एवं केंद्र सरकार से इस मामले में तत्परता दिखाते हुए लापता सैनिक को जल्द से जल्द खोजने की अपील की है। इस मामले में सामाजिक संस्था “नव संकल्प सोसायटी” के अध्यक्ष संजय नैलवाल ने बताया कि “नव संकल्प सोसायटी” लापता सैनिक राजेंद्र सिंह नेगी एवं उनके परिवार के समर्थन में आगामी 2 फरवरी को एक शांतिपूर्ण पदयात्रा करने जा रही है। उन्होंने बताया कि नव संकल्प सोसायटी राजेंद्र सिंह नेगी के परिवार के जीवन यापन हेतु कुछ मांगों को लेकर शासन को ज्ञापन सौंपेंगे जो निम्नलिखित है।
- 1. डीजीएमओ लेवल पर बातचीत हो जिसमें वहां पर सीजफायर करवाई जाए और सर्च ऑपरेशन को दिन में किया जाए जिससे जल्द से जल्द ढूंढने में मदद मिले।
- उनके तीन बच्चे जो कि स्कूल पढ़ने वाले हैं उनको सरकार और सेना के द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाए जब तक कि लापता सैनिक का कुछ पता न चल जाए। क्योंकि वर्तमान में उनकी सैलरी और अलाउंस सीज है और फैमिली पेंशन मिलने में भी समय लगेगा।
- राजेंद्र सिंह नेगी को बैटल कैजुअल्टी घोषित किया जाए ताकि उनके परिवार को जम्मू कश्मीर सरकार की तरफ से एक्स ग्रेशिया का अमाउंट मिल सके।
- अगर सैनिक बर्फ में फिसलकर पाकिस्तानी सीमा की ओर चला गया है तो इस बारे में पाकिस्तान से बातचीत कर जानकारी हासिल की जाये।
नव संकल्प के अध्यक्ष संजय नैलवाल के द्वारा कहा गया अगर लापता सैनिक का जल्द से जल्द पता नहीं चला तो इसको दिल्ली एनसीआर समेत पूरे प्रदेश में एक मुहिम की भांति चलाया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सामाजिक संस्था “उत्तराखण्ड जन विकास समिति” के अध्यक्ष प्रकाश कोटिया ने कहां हमारे देश के जवान, हमारे सैनिक भाई को सरकार जल्द से जल्द ढूंडकर लाये अन्यथा इस मुहीम को पुरजोर तरीके से चलाया जाएगा।
“उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति” ने लापता सैनिक के मामले ने शीघ्रता दिखने की अपील की
इस संबंध में ग्रेटर नोएडा की सामाजिक संस्था “उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति” के अध्यक्ष जेपीएस रावत का कहना है कि वे एनसीओ राजेन्द्र सिंह के साथ हुए हादसे से अत्यंत व्यथित हैं। अध्यक्ष जेपीएस रावत स्वयं आर्मी वेटरन हैं। उन्होंने बताया कि वे कश्मीर की विषम जलवायु और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों से भली भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि लापता एनसीओ राजेन्द्र नेगी को ढूंढने के लिए, उनके परिजनों को दिलासा देने और संतुष्ट करने के लिए भारतीय सेना और भारत सरकार द्वारा सघन अभियान चलाया जाए। जिससे कि लापता सैनिक के बारे में जल्द से जल्द जानकारी मिल सके।