आप युवा मोर्चा अध्यक्ष दिगमोहन नेगी ने एक बयान जारी करते हुए राज्य सरकार पर कुंभ में संघ के 1500 लोगों द्वारा यातायात व्यवस्था संभालने पर जमकर निशाना साधा। आप अध्यक्ष ने कहा कि कुंभ व्यवस्थाओं को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है जो बार-बार साबित भी हो चुका है। चाहे वो अखाड़ों के संतों की नाराजगी हो या स्थानीय तीर्थ पुरोहितों का आक्रोश, हर बार सरकार पर कुंभ की व्यवस्थाएं दुरस्त न कर पाने का आरोप लगा है। उन्होंने कहा कि अब हालात ये हो गए हैं कि जिस यातायात व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी पुलिस की है उसे पुलिस के साथ-साथ 1500 आरएसएस के लोग संभालेंगे। जिसके लिए उनका हरिद्वार पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया।
आप अध्यक्ष ने कहा ये उत्तराखंड के लिए बेहद शर्मनाक है कि 12 साल में होने वाले महाकुंभ के लिए सरकार के पास कोई रोड प्लान नहीं है। उससे भी ज्यादा शर्मनाक है कि अब महाकुंभ में संघ के लोग पुलिस के साथ यातायात व्यवस्था देखेंगे। आप अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हुए कहा, क्या आपके पास यातायात पुलिस की कमी है या आपके पास काबिल यातायात कर्मी की कमी हैं, जो अब संघ के लोगों को यातायात दुरस्त करने की जिम्मेदारी दी जा रही। क्या आपके पास कुंभ में यातायात व्यवस्थाओं को लेकर कोई रोड मैप नहीं है, जो आपको अब संघ के लोगों की जरूरत पड रही है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ता 7 अप्रैल से 16 अप्रैल तक हरिद्वार में पुलिस के साथ यातायात और कानून व्यवस्था देखेंगे जो सरासर गलत है और सरकार के कुंभ को लेकर व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़ा करती है।
आप अध्यक्ष ने कहा उत्तराखंड में बीजेपी सरकार इस लायक भी नहीं रही, वो 12 साल में होने वाले महाकुंभ को लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त कर सके। जो कि सीधे तौर पर हिंदुओं की आस्था और धर्म के साथ खिलवाड़ है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सरकार के कार्यकाल से अभी तक कुंभ के कार्य और व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पाई हैं जिसको लेकर कई संतों के साथ अखाडे से जुडे लोग अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। इसको लेकर उत्तराखंड सरकार की काफी किरकिरी भी हुई। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था और यातायात की देखभाल करना पुलिस का काम है नाकि किसी प्राईवेट संस्था का। उन्होंने कहा कि, आप पार्टी इसका विरोध करती है। कुंभ सिर्फ देश की आस्था से ही नहीं जुडा, बल्कि कुंभ में आने वाले प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। और ऐसे में आरएसएस के भरोसे यातायात व्यवस्था छोडना कई लोगों की जान के साथ खिलवाड करने जैसा होगा। उन्होंने आगे कहा कि कुंभ को लेकर सरकार को चौकस रहने की आवश्यकता है और ऐसे आयोजन में थोडी सी लापरवाही भी हजारों लोगों के जीवन पर भारी पड सकती है।
मनीष खुगशाल स्वतंत्र