CBI RAID J&K SI Recruitment

J&K SI Recruitment Scam: सीबीआई ने जम्मू एवं कश्मीर में उप निरीक्षक भर्ती घोटाला से संबन्धित मामले की जारी जांच में जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू, श्रीनगर, हरियाणा के करनाल, महेन्द्रगढ़, रेवाड़ी, गुजरात के गांधीधाम, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद एवं कर्नाटक के बंगलौर में स्थित जेके एसएसबी के पूर्व चेयरमैन, जेके एसएसबी के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, हरियाणा निवासी गिरोह के सदस्यों, कुछ शिक्षकों, पुलिस उपाधीक्षक सहित जम्मू एवं कश्मीर पुलिस एवं सीआरपीएफ के कुछ सेवारत/सेवानृवित्त कर्मियों के परिसरों सहित लगभग 36 स्थानों पर आज तलाशी ली। अब तक की तलाशी के दौरान आपत्तीजनक दस्तावेज़ एवं डिजिटल प्रमाण बरामद हुए हैं।

क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JBSSB) ने 27 मार्च 2022 को सब इंस्पेक्टर के 1200 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी, जिसका परिणाम चार जून को जारी किया गया है। 97 हजार युवाओं ने भर्ती की लिखित परीक्षा दी थी। रिजल्ट आने के बाद सोशल मीडिया में वायरल पोस्ट में कुछ अभ्यार्थियों को मिले अंक पर सवाल उठाए गए थे। इसके बाद प्रदेशभर में इसमें जांच के लिए प्रदर्शन हुए। आरोप है कि आरोपियों  ने जेकेएसएसबी के कर्मियों, बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी, लाभार्थी अभ्यर्थियों एवं अन्यों के साथ आपस में षड्यंत्र किया तथा  उप-निरीक्षक पदों की लिखित परीक्षा के आयोजन में  में घोर अनियमितताएं कीं। आगे यह आरोप है कि जम्मू, राजौरी और सांबा जिलों के चयनित उम्मीदवारों का प्रतिशत असामान्य रूप से उच्च था।  प्रश्न पत्र को  सेट करने का कार्य बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी को सौपने में कथित रूप से जेकेएसएसबी द्वारा नियमों का कथित उल्लंघन पाया गया।

जिसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 10 जून को भर्ती में धांधली की जांच के आदेश दिए थे। सरकार तक यह बात पहुंच चुकी थी कि भर्ती में धांधली हुई है। परीक्षा के लिए पेपर लीक हो गया। इसके लिए बड़े स्तर पर पैसे के लेनदेन की बात भी सामने आई। उपराज्यपाल ने गृह सचिव आर के गोयल, कानून विभाग के सचिव अचल सेठी और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मनोज द्विवेदी को समिति में शामिल किया। जांच की रिपोर्ट आने के बाद भर्ती परीक्षा को आठ जुलाई को रद्द कर दिया गया और इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई।

जिस पर सीबीआई ने JKSSB द्वारा 27 मार्च 2022 को आयोजित जम्मू-कश्मीर पुलिस में उप-निरीक्षकों (SI) के पदों की लिखित परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप पर जम्मू एवं कश्मीर सरकार के निवेदन पर तत्कालीन चिकित्सा अधिकारी, बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय, पलौरा, तत्कालीन सदस्य, जेकेएसएसबी तत्कालीन अपर सचिव, तत्कालीन अनुभाग अधिकारी (दोनों जेकेएसएसबी), सीआरपीएफ के पूर्व कर्मी, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के एएसआई, कोचिंग सेंटर, अखनूर के मालिक, बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी, निजी व्यक्तियों तथा अन्य अज्ञातों के विरुद्ध मामला दर्ज किया।

सीबीआई जाँच से पता चला कि परीक्षा प्रारम्भ होने से पहले प्रश्न पत्र प्राप्त करने हेतु इच्छुक उम्मीदवारों एवं उनके परिवारों  द्वारा आरोपियों को 20 से 30 लाख रुपए (लगभग) का कथित भुगतान किया गया। इस संदर्भ में, हरियाणा निवासी गिरोह, जम्मू एवं कश्मीर के शिक्षकों, सीआरपीएफ, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस तथा जेकेएसएसबी के कुछ सेवारत / सेवानृवित्त कर्मियों की कथित रूप से संलिप्तता सामने आयी। इस मामलें में जाँच जारी है।

मिताली चंदोला