पौड़ी: जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संगठन जिला कार्यकारिणी जनपद पौड़ी की त्रैमासिक बैठक आज रविवार को चौहान लॉज सतपुली में आयोजित की गई। जिसमें जनपद पौड़ी के 15 विकासखण्डों के ब्लॉक पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष भगत सिंह भंडारी द्वारा की गयी। जिला कार्यकारिणी की बैठक में पूर्व में ब्लाक कार्यकारिणियों को प्रेषित एजेंण्डे पर जिला मत्री मुकेश काला द्वारा विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुयी चर्चा
1.प्रदेश में त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू किये जाने के संबंध में चर्चा की गई। जिसमें शासन से मांग की गई की उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की जाए। त्रिस्तरीय व्यवस्था के संबंध में सभी पदाधिकारियों द्वारा अपने अपने मत व्यक्त करते हुए नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत PRT,TGTऔरPGT व्यवस्था लागू की जाए।
2.आदर्श विद्यालयों में साक्षात्कार के बावजूद भी रिजल्ट घोषित न किए जाने पर संगठन ने रोष व्यक्त करते हुए सफल शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग की है।
.3. लंबे समय से शिक्षकों की 17140 की लंबित मांग को पूर्ण किए जाने के संबंध में संगठन द्वारा शासन से मांग की गई है कि शिक्षकों को 17140 वेतनमान दिया जाए।
- शिक्षकों को वरिष्ठ एवं कनिष्क वेतनमान का लाभ न दिए जाने पर संगठन ने तीव्र प्रतिक्रिया करते हुए मांग की है कि कतिपय विकासखंड कार्यालयों द्वारा जानबूझकर शिक्षकों को वरिष्ठ वेतनमान का लाभ नहीं दिया जा रहा है एवं एरियरों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसका संगठन पूर्ण रूप से विरोध करते हुए मांग करता है कि जिस तरह अन्य विकासखण्ड़ो में वरिष्ठ कनिष्क वेतन निर्धारण किया गया है , उसी प्रकार अन्य विकासखण्डों में भी शिक्षकों को वरिष्ठ कनिष्क वेतनमान का लाभ दिया जाए एवं एरियर भुगतान किया जाए ।
- चयन प्रोन्नत वेतनमान के प्रकरणों पर शीघ्र कार्रवाई कर शिक्षकों को चयन प्रोन्नत वेतनमान का लाभ दिया जाए ।
6 .जूनियर विद्यालयों में प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर पदोन्नति की जाए। जिससे पठन-पाठन में आ रही समस्याओं का समाधान हो सके ।
7 .उच्चीकृत जूनियर हाई स्कूलों के रिक्त सहायक अध्यापक के पदों पर पदोन्नति एवं समायोजन किया जाए।
8.पृथक संचालित उच्चीकृत जूनियर विद्यालयों को विद्यालय अनुदान की राशि दी जाए ।जिनको डाइस कोड आबंटित किया गया है।
9 .शिक्षकों की वरिष्ठता सूची को संशोधित किया जाए ।
- सभी विकास खंडों के अध्यक्ष द्वारा विकासखंड में शिक्षकों की समस्या के संबंध में बैठक में चर्चा की गई जिनमें वर्ष 2011-12 और 2012-13 के आयकर नोटिस ओं के बारे में जनपद कार्यकारिणी द्वारा भी जिला शिक्षा अधिकारी पौडी को भी अपने मांग पत्र द्वारा समय समय पर अवगत कराया गया था लेकिन इस पर अभी तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा कोई हल नहीं निकाला गया। शिक्षकों को बार-बार आयकर नोटिस प्राप्त होने पर मानसिक एवं आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है जिसके लिए विभाग जिम्मेदार है।
- स्थायीकरण के लंबित प्रकरणों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। कार्यालय में विगत 1 वर्ष से स्थायीकरण के मामले लंबित पड़े हैं इनका निराकरण त्वरित किया जाए ।
- विद्यालय में ऑनलाइन कार्यों की अधिकता के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है । जिससे बच्चों के पठन-पाठन में व्यवधान होता है। ऑनलाइन कार्यों की अलग से व्यवस्था की जाए। शिक्षकों को ऑनलाइन कार्यों से पृथक किया जाय ।
- 5400 ग्रेड पे प्राप्त शिक्षकों को बोनस दिया जाए या राजपत्रित घोषित किया जाए।
जिला अध्यक्ष भगत भण्डारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि सभी माँगो पर उचित कार्यवाही न होने पर संगठन द्वारा विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन किया जाएगा।शिक्षक के सम्मान के लिए संगठन शिक्षक हित में कार्य करेगा।
जिला कार्यकारिणी के दिनेश नेगी स्थानान्तरण नीति का स्वागत किया लेकिन इसके क्रियान्वयन का विरोध किया।30 -35वर्ष की दुर्गम में सेवा करने के उपरान्त भी सुगम में सेवा करने का अवसर नही मिल रहा।
विकासखण्ड द्वारीखाल के उप शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों का चेंकिग के नाम पर रोके जाने पर समस्त ब्लाक पदाघिकारियों जनपद कार्यकारिणी द्वारा इस प्रकार के कार्य की भर्त्सना कर विरोध प्रस्ताव पारित किया गया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष भोपाल सिंह रावत ने शिक्षक सम्मान करने के लिए संगठन को मजबूती से खड़े होने की बात की। काउन्सलिगं द्वारा पदोन्नाति की मांग की।
बैठक की अध्यक्षता भगत सिंह भंडारी, जनपदीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष भोपाल सिंह रावत, जनपद मंत्री मुकेश काला, जनपद कोषाध्यक्ष पवन देवलियाल, जनपदीय उपाध्यक्ष चंद्र मोहन सिंह बिष्ट, दिनेश नेगी एवं ब्लॉक अध्यक्ष पदमेन्द्र लिंगवाल, लक्ष्मण सिंह रावत, अनिल भट्ट, नागेन्द्र बडथ्वाल, मनमोहन चौहान, हुक्म सिंह, महिमानन्द जखमोला, वीरेन्द्र सिंह रावत, रजनीश अणथ्वाल, पूरण सिंह रावत, कुलदीप सिंह, कान्ति थपालियाल, धर्मानन्द गौड़, यतीन्द्र घस्माना, राकेश मोहन, प्रमोद मखलोगा आदि ने विचार व्यक्त किये।
बैठक की अध्यक्षता भगत भण्डारी और संचालन मुकेश काला द्वारा किया गया।