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देहरादून: कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद गढ़ी शाखा द्वारा आयोजित मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर आज क्षेत्रवासियों ने सामूहिक खिचड़ी भोग तथा कुमाऊं का लोक पर्व घुघुतिया त्यौहार मनाया। इस अवसर पर अध्यक्ष दामोदर कांडपाल ने बताया कि गढ़वाल क्षेत्र में मकर सक्रांति को मकरैणी तथा कुमाऊं क्षेत्र के लोग उतरैणी या घुघुतिया त्यौहार के रूप में मनाते हैं। आटे और गुड़ की हिंदी के ४ के आकार की घुघूती बनाकर काले को खिलाई जाती है। अगले दिन इस घुघुति को माला में पिरोकर सभी बच्चों के गलों में डाली जाती है।

हनुमान मंदिर के पंडित श्रीनिवास नौटियाल ने बताया कि कूर्मांचल परिषद अपने रीति रिवाजों को जीवित रखने के लिए बहुत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि परिषद इसके लिए बधाई की पात्र है। शाखा सचिव बबीता शाह लोहानी ने बताया कि परिषद द्वारा अपने पौराणिक त्योहारों को जीवित रखने के लिए युवा पीढ़ी में घुघुती माला प्रतियोगिता रखी गई। सबसे अच्छी घुघुति माला बनाने वाले को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में कमला बिष्ट, रेखा बिष्ट, माधुरी, पुष्पा पंत, कमला उप्रेती, प्रेमा तिवारी आदि रही। इसके अलावा शाखा की महिलाओं द्वारा झोड़ा चांचरी का भी आयोजन किया गया।

गुरु द्वारा गुरु जी लै वाडी लै हे। क्या-क्या फूलों की क्या क्यारी सै छो।
चमेली फूलों की क्यारी सैई हो। हाजिरी फूलों की क्यारी से हो।

कार्यक्रम में केंद्रीय अध्यक्ष कमल राजवर, अध्यक्ष दामोदर कांडपाल, केडी जोशी, पंडित श्रीनिवास नौटियाल, माधुरी उसिला, जानकी देवी, दीपा शर्मा कावली शाखा, सरोज पोखरियाल माजरा शाखा, कमला उप्रेती, रमा कांडपाल, अनुपमा रावत, रेखा बिष्ट, प्रेम तिवारी, कमलावती, कमला बिष्ट पुष्पा पंत आदि उपस्थित थे।

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