Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय में “प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन“ में सभी प्रवासी उत्तराखंड़ियों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अल्मोड़ा जनपद में बस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की माटी से जुड़े हुए प्रवासियों ने शिक्षा, अनुसंधान, ब्यूरोक्रेसी, फिल्म निर्माण, उद्योग, व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान उत्तराखंड से हैं। भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस विपिन रावत भी इसी भूमि से थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति अपने आप में विशिष्ट है। हमारे प्रवासी देश के विभिन्न राज्यों में अपनी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन सालों में उन्हें देश के अनेक राज्यों में पर्वतीय समाज के लोगों से मिलने का अवसर मिला और उन्होंने महसूस किया कि हमारे प्रवासियों के भीतर बसा उत्तराखंड सदैव उनके साथ रहता है। उन्होंने उत्तराखंड की भाषा, संस्कृति और संस्कारों को कभी नहीं छोड़ा। यह प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन सभी को उत्तराखंड की मिट्टी से पुनः जोड़ने का एक प्रयास है। यह ऐसा समागम है जहां सभी प्रवासी भाई बहन न सिर्फ राज्य के अधिकारियों के साथ संवाद कर सकेंगे बल्कि उन्हें विभिन्न राज्यों में निवासरत अन्य उत्तराखंडी प्रवासियों से भी मिलने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यहां से निकलने वाला संदेश लाखों उत्तराखंडी प्रवासियों तक पहुँचेगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी की पहल पर पहली बार प्रदेश सरकार प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन कर रही है। दून विश्वविद्यालय में प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंड परिसर गठन करने की घोषणा की। प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में उद्घाटन सत्र को सीएम धामी ने संबोधित किया। उन्होंने प्रवासियों से कहा कि अपनी जड़ों से जुड़कर रहे।
राज्य के विकास में अपनी भूमिका निभाएं। सीएम धामी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में उत्तराखंड राज्य के प्रवासी लोगों को देखकर अपनी ताकत का अहसास हो रहा है। इस दौरान उन्होंने सभी से आह्वान किया कि साल में एक बार राज्य में आने का कार्यक्रम अवश्य बनाएं।
दूसरे, सत्र में पर्यटन और विकास को लेकर चर्चा की जा रही है। इसमें पर्यटन व एडवेंचर के क्षेत्र के लोगों के साथ संवाद कार्यक्रम चल रहा है। प्रवासी सम्मेलन में तीन सत्र आयोजित होने हैं, जिनमें अलग-अलग विषयों पर चर्चा होगी। इस दौरान पूर्व सीएम डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, अभिनेता हेमंत पांडे, विधायक विनोद चमोली सहित कई अतिथि मौजूद रहे।