Uttarakhand Mahakauthig: पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था” द्वारा नोएडा स्टेडियम में आयोजित पांच दिवसीय महाकौथिग पारंपरिक लोक कला, संस्कृति एवं हस्तशिल्प मेले का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सफल समापन हो गया। 5 दिनों तक चले 14वें महाकौथिग मेले के अंतिम दिन उमड़ी प्रवासी उत्तराखंडियों की भारी भीड़ ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। क्रिसमस की छुट्टी के चलते आज सुबह से मेले में लोगों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी और शाम होते होते पूरा नोएडा स्टेडियम एक जन सैलाब में बदल गया। एक अनुमान के मुताबिक आज नोएडा स्टेडियम में करीब डेढ़ लाख लोग मेला देखने पंहुचे थे। आखिरी दिन लोगों ने मेले में लगे पहाड़ी उत्पादों के स्टालों पर जमकर खरीददारी की।
महाकौथिग मेले में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान ने महाकौथिग के मंच से ऐलान किया कि अगले साल से महाकौथिग मेला 7 दिन तक आयोजित किया जायेगा। ताकि दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले सभी प्रवासी उत्तराखंडी इस मेले को देखने पहुँच सकें।
दीपिका रावत बनी सुपर मॉम
इससे पहले पांचवे दिन सुबह के सत्र का शुभारम्भ मुख्य अतिथि DCP राम बदन सिंह नोएडा ने रिबन काट कर किया। जिसके बाद विधिवत रूप से सुबह के सत्र के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीमा द राइजिंग स्टार के द्वारा सर्वप्रथम मां नंदा देवी की वंदना से शुरुआत की गई।
उसके बाद सुपर मोम प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमे 17 सुपर मोम ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता मे मुख्य जज की भूमिका मे कल्पना चौहान, हेजल खुराना तथा निर्मला पालीवाल रही। जजों ने प्रतिभागियों से मंच पर कैटवॉक हो या उत्तराखंड से संबंधित खानपान, वस्त्र, आभूषण, बोली या उनके सामाजिक योगदान को लेकर प्रश्न उत्तर किए गए।
सुपर मॉम प्रतियोगिता की विजेता दीपिका रावत बनी, जबकि दूसरे स्थान पर शारदा अधिकारी, तथा तीसरा स्थान मीणा लिंगवाल ने हासिल किया। इसके साथ ही विशेष पुरस्कार मे बिगरेली बांद का पुरस्कार शीला पंत तथा लंबी धौंपेली का पुरस्कार नीमा बिष्ट को दिया गया। सुबह के सत्र का समापन पांडवाज टीम एक्सपर्ट मयूर विहार फेस 3 की बेहतरीन प्रस्तुति से हुई।
शाम को स्वर कोकिला कल्पना चौहान के गीतों पर जमकर थिरके दर्शक
महाकौथिग के अंतिम दिन शाम के सत्र का शुभारम्भ ओएनजीसी की डायरेक्टर सुषमा रावत ने दीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक गायिका स्वर कोकिला कल्पना चौहान, लोक गायक प्रकाश काहला, लोक गायक राकेश गुसाईं द्वारा उत्तराखंडी लोक गीतों की शानदार प्रस्तुतियां पेश की गयी। कल्पना चौहान ने “दर्जी दिदा मीकू तू अंगड़ी बनै दे..” तो प्रकाश काहला ने लाल बोतल शराबा जैसे सुपरहिट गीतों से दर्शकों को खूब नचाया।
इसके अलावा प्रसिद्ध अभिनेता राकेश गौड़, डॉक्टर सतीश कालेश्वरी, रमेश ठंगरियाल तथा गीता गुसाईं नेगी के खुबसूरत गढ़वाली नाट्य मंचन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इसके अलावा कोमल राणा नेगी की टीम द्वारा एक शानदार नृत्य प्रस्तुत किया गया।
अंतिम दिन कैबिनेट मंत्री (वन मंत्री उत्तराखंड सरकार) सुबोध उनियाल ने बतौर मुख्य अतिथि महाकौथिग में प्रतिभाग किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने महाकौथिग कार्यक्रम की जमकर प्रशंसा करते हुए इस शानदार आयोजन के लिए मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान समेत पूरी महाकौथिग टीम को बधाई दी।
इस मौके पर विदेशों में रह रहे उत्तराखंडियों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहने वाले उत्तराखंड के प्रसिद्ध समाजसेवी रोशन रतूड़ी को महाकौथिग के मंच पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने इस भव्य आयोजन के लिए मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान समेत पूरी महाकौथिग टीम जमकर प्रशंशा की।
इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पत्रकारों को भी मंच पर सम्मानित किया गया। इससे पहले पौड़ी गढ़वाल से पधारे ग्रामीण पत्रकार के नाम से प्रसिद्ध देवभूमि संवाद के संवाददाता जगमोहन डांगी को उनकी ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं को लेकर की जा रही उल्लेखनीय पत्रकरिता के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान ने कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग के लिए पुलिस प्रशासन, मीडिया तथा पूरी महाकौथिग टीम का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन आयुषी जुयाल तथा प्रशांत गगोडिया ने किया।
मुख्य स्पांसर की भूमिका मे ONGC, SBI, DS ग्रुप, उत्तर प्रेदश टूरिज्म, यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी, यथार्थ हॉस्पिटल, मंगलम डॉट कॉम, पहाड़ी म्यूजिक जंगशन, कैम्पा, लियो फिल्म्स, प्रिया गोल्ड,इजा, बिनसर प्रोडक्शन रहे।
महाकौथिग के अंतिम दिन लोगों ने जमकर खरीददारी की। खानपान का मुख्य आकर्षण संजय चौहान की “पहाड़ी घरात” स्टाल रहा। एक ओर जहाँ लोगों ने झंगोरे की खीर, मंडवे की रोटी, झंगोरा, घर्या चावल का भात, तोर की दाल सहित कई ठेठ पहाड़ी व्यंजनों का जमकर लुफ्त उठाया, वहीँ पहाड़ी फ्रेश समेत कई स्टालों में पहाड़ी उत्पादों की जमकर खरीददारी की।
इस अवसर पर महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान, संस्थापक कल्पना चौहान, अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश असवाल, महासचिव लक्ष्मण सिंह रावत, कोषाध्यक्ष सुबोध थपलियाल, वरिष्ठ सलाहकार इंद्रा चौधरी, नरेन्द सिंह बिष्ट, उपेन्द्र पोखरियाल, जगत सिंह रावत, पी.एन. शर्मा, आर.पी. घिल्डियाल, विनोद कबटियाल, दीवान सिंह लटवाल, दिगमोहन नेगी, गिरीश कोटनाला, उदय ममगाई राठी, कृष्ण कुमार सुद्रियाल, देवेन्द्र सिंह रावत, पुष्पा रावत, रेखा चौहान, पुष्पा भट्ट, सुरेन्द्र बिष्ट, मोनू नेगी, दिनेश लखेड़ा, राजेन्द्र सिंह रावत, चंदन सिंह गुसांई, आनन्द पांडे, दीपक बेलवाल, संजय उनियाल, अमर देव भट्ट, यशवंत सिंह रावत, खेशांत खुराना, रजनी जोशी, सत्येन्द्र नेगी, नीरज रावत, हेमन्त जोशी, हरेन्द्र शर्मा, आयुषी जुयाल, इन्दिरा प्रसाद उनियाल, एस. पी. धस्माना, भगवती प्रसाद जुयाल, रमेश चंद्र नैलवाल, रमेश भारद्वाज, सुदर्शन चौधरी, मंजू बड़थ्वाल, लता रावत, केशव दत्त जोशी, सीमा पंवार, सुनीता रावत, तान्या आर्य, सुषमा जोशी, वंदना बिष्ट, हरिदत्त भट्ट, एस.पी. चमोली, अमित पोखरियाल, आर.एस. असवाल, अनिता भट्ट, मुकेश लखेडा, सुनीता ध्यानी, प्रभा बिष्ट, कविता करगेती, दिगपाल कैंतुरा, धनराज सिंह नेगी, महेश नेगी, अंजू पुरोहित, बबली अधिकारी, पुष्पा देवली, खुशाल सिंह बिष्ट, शिशपाल सिंह रावत, आनंद सिंह रौथाण, गणेश बिष्ट, भीम सिंह रावत, बीना कोठारी, सुनीता रावत, शारदा अधिकारी, लक्ष्मी शर्मा वेदवाल, शीला पंत, विनीता नयाल, भुवनेश्वरी रावत, मंजू जोशी, संगीता भोज, सुनीता नयाल, हरीश जुयाल, जगदीश भट्ट, किरन रामपाल, बबीता नेगी, रेनू उनियाल, बबली ममगाई, लक्ष्मी पांडे, नवीन कोठियाल, राकेश सिंह गुसांई, शोभित गुसांई, आशीष रावत, राजेश गुसांई, विजय चौहान, नितेश भट्ट के अलावा वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप वेदवाल, दीप सिलोड़ी, ग्रामीण पत्रकार जन्मोहन डांगी, गोपाल नेगी, द्वारका चमोली समेत हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे।