Chardham Yatra: उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बड़ी महत्वपूर्ण खबर है। आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गंगोत्री और यमनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का विधिवत शुभारंभ हो गया है। जबकि, केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। मंदिर के कपाट खुलने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं का खास ध्यान रखा गया है।

इस बीच बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) की ओर से बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें नियमों के उलंघन पर कड़ा आर्थिक दंड का प्रावधान है।

तीर्थ यात्रियों के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार, केदारनाथ मंदिर परिसर के 30 मीटर के दायरे में मोबाइल के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके बावजूद रील, फोटो शूट करने वालों के मोबाइल फोन समेत उपकरणों को जब्त कर लिया जाएगा। बदरीनाथ के बाद बीकेटीसी ने केदारनाथ के लिए भी सख्त नियम बना दिए हैं।

बीकेटीसी की ओर से इस बाबत बोर्ड भी लगाए जाएंगे। इन बोर्ड में मोबाइल इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने की स्पष्ट सूचना जारी की जाएगी। बदरीनाथ धाम में गर्भगृह समेत मंदिर परिसर में मोबाइल के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

बदरीनाथ धाम में जिला प्रशासन और बीकेटीसी ने मोबाइल इस्तेमाल पर 5000 रुपये का जुर्माना निर्धारित किया है। इस व्यवस्था को सख्ती के साथ लागू कराया जाएगा, ताकि मंदिर परिसर में अनावश्यक भीड़ न एकत्र हो।

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर पर विशेष नजर

भीड़ नियंत्रित के साथ ही चारों धामों की गरिमा को प्रभावित करने वाले यूट्यूबर एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर पर नजर रहेगी। बीकेटीसी के सीईओ विजय थपलियाल ने बताया कि बदरीनाथ के बाद केदारनाथ में फोन के इस्तेमाल पर सख्ती की गई है।

केदारनाथ में टोकन व्यवस्था से दर्शन कराने का प्लान तैयार

केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि इस बार यात्रा को और भी बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। तीर्थयात्रियों की की सुरक्षा, सुविधा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।

केदारनाथ पैदल रूट मार्ग पर रात्रि के समय समुचित रोशनी की व्यवस्था होगी। ठंड से बचाव के लिए अनेक स्थानों पर अलाव के साथ गर्म पानी की सुविधा दी जाएगी। यात्रा के सभी पड़ावों पर बेहतर साफ-सफाई की विशेषतौर से फोकस किया जाएगा।

भक्तजन 1 घंटे में कर सकेंगे दर्शन

केदारनाथ दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों को दर्शन करने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि केदारनाथ में संगम ब्रिज के समीप टोकन काउंटर लगाए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन में आसानी हो।

उन्होंने बताया कि पूर्व वर्षों में यात्रियों की भारी भीड़ के चलते मंदिर में दर्शन के लिए 3 से 4 घंटे का समय लग जाता था किंतु इस बार दर्शन में अधिकतम 1 घंटे की समय सीमा रखी गई है।भीड़ नियंत्रण के लिए एक बेहतर डाइवर्जन प्लान भी तैयार किया गया है।