NAINITAL ZILA PANCHAYAT PRESIDENT: लम्बे विवादों के बाद आख़िरकार आज यानी मंगलवार 19 अगस्त को उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग ने नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव परिणाम घोषित कर दिए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष पर जहां बीजेपी की दीपा दर्मवाल ने जीत हासिल की है। वहीं उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस की देवकी बिष्ट बजीती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा की उम्मीदवार दीपा दरम्वाल ने कांग्रेस की प्रत्याशी पुष्पा नेगी को एक वोट से पराजित कर जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी दीपा दरम्वाल को 11 वोट हासिल हुए जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी को 10 वोट हासिल हुए हैं। वही एक वोट रद्द माना गया है। इस तरह दीपा दर्मवाल मात्र एक वोट से विजयी हुईं।
उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी व कांग्रेस प्रत्याशी देवकी बिष्ट को बराबर मत हासिल हुए, जिसके बाद टॉस के माध्यम से देवकी बिष्ट जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर विजई हुई।
गौरतलब है कि बीते 14 अगस्त को नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। वोटिंग के बाद उसी दिन निर्वाचन आयोग ने मतगणना करा दी थी, लेकिन चुनाव परिणाम घोषित नहीं किया था, बल्कि चुनाव परिणाम सीलबंद लिफाफे में बंद कर डबल लॉकर में रख दिया था। दरसल 14 अगस्त को जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिये हुए मतदान के दौरान मारपीट और झड़प हुई थी। कांग्रेस नेताओं की ओर से पांच जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण का आरोप लगाया गया था। बाद में पांचों सदस्य सामने आ गये और उन्होंने दावा किया कि उनका अपहरण नहीं हुआ है। वह स्वेच्छा से बाहर गये हैं।
इस बीच मतदान में मारपीट और झड़प का 14 अगस्त को उच्च न्यायालय पहुंच गया था और अदालत ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका दायर कर ली थी। इसी बीच रात तक चले घटनाक्रम के बाद राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर देर रात को मतों की गणना की गयी और परिणाम को सील बंद लिफाफे में कोषागार में रख दिया गया था। वहीं 18 अगस्त को भी हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई थी। इस दौरान हाईकोर्ट ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए एसएसपी को फटकार लगाई थी।
आज जिलाधिकारी ने परिणाम की औपचारिक घोषणा करते हुए विजयी प्रत्याशियों को प्रमाण पा वितरित कर दिये।
इधर उच्च न्यायालय ने भी 14 अगस्त को जिला पंचायत चुनाव के दौरान हुई ¨हसा को गंभीरता से लेते हुए आगामी शुक्रवार को गृह विभाग के सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अदालत में पेश होने के निर्देश दिये हैं। मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली पीठ में आज इस प्रकरण में दायर स्वत: संज्ञान वाली जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। जिलाधिकारी वंदना और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से अदालत में जवाबी हलफनामा पेश किया गया।
एसएसपी की ओर से कहा गया कि चुनाव के दौरान हुए पूरे घटनाक्रम में 14 लोगों को चिन्हित किया गया। इनमें से एक को गिरफ्तार किया गया है। अभी तक की जांच में मिले तथ्यों के अनुसार चिन्हित लोगों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। न ही कोई हिस्ट्रीशीटर शामिल है।
उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर की एक कार को जांच के दायरे में लिया गया है। कार मालिक फरार है। उसको पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। अदालत ने अपने आदेश में चुनाव के दौरान हुई ¨हसा और फायरिंग की घटना को गंभीरता से लेते हुए इसे गन कल्चर करार देते हुए गृह सचिव और डीजीपी को आगामी 22 अगस्त को अदालत में पेश होने के निर्देश दिये हैं।