नई दिल्ली : दिल्ली के पंचकुइयां रोड़ स्थित गढ़वाल भवन में बीते 2 जनवरी से आयोजित रामलीला का गुरुवार को राम राज्याभिषेक के साथ ही सफल समापन हो गया। केदार बद्री मानव श्रम समिति की महिला कलाकारों द्वारा मंचित रामलीला के अंतिम दिन बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शकों की मौजूदगी में  भगवान श्रीराम के राजतिलक का मंचन किया गया। इसके साथ ही 11 दिनों से चली आ रही रामलीला का सफल समापन हो गया। रामलीला समाप्ति के बाद सभी पात्र कलाकरों को पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया गया।

रामलीला का शुभारंभ बीते 2 जनवरी को मुख्य अतिथि के रूप में पधारे लेफ्टिनेंट जनरल (सेवनिर्वित) अरविंद रावत, पीएमओ में कार्यरत उप-सचिव (आईएएस) मंगेश घिल्डियाल, डीपीएमआई के निदेशक डॉ. विनोद बछेती, वरिष्ठ उद्यमी केसी पांडे, सहायक पुलिस आयुक्त दिल्ली ललित मोहन नेगी आदि गण्यमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में हुआ था।

गढ़वाल हितैषिणी सभा के अध्यक्ष अजय बिष्ट ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए गढ़वाल हितैषिणी सभा’ के शताब्दी वर्ष पर महिला कलाकारों द्वारा अभिनीत रामलीला का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सुदूरवर्ती पर्वतीय क्षेत्र से केदार घाटी से आई हमारी मातृशक्ति ने पहली बार देश की राजधानी दिल्ली में शनदार रामलीला का मंचन कर महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण पेश किया।

इस मौके पर अजय बिष्ट, उप-कोषाध्यक्ष अनिल पंत, आजाद नेगी सहित कार्यकारिणी के सभी सदस्य तथा समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।