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नोएडा: पर्यावरण के लिए खतरा बनते जा रहे प्लास्टिक से बनी प्लेट्स, गिलास तथा कटोरियों की जगह स्टील के बर्तनों का उपयोग कर नोएडा सेक्टर 82 के मधुबन अपार्टमेंट के लोगों ने एक मिसाल कायम की। गुरुवार को नोएडा के सेक्टर 82 स्थित मधुबन अपार्टमेंट के लोगों ने रामनवमी के शुभअवसर पर सर्वदेव मंदिर में एक विशाल भण्डारे का आयोजन किया। इस भण्डारे में खास बात यह रही कि इसमें खाना खाने के लिए प्रयोग में लायी जाने वाली प्लास्टिक व थर्माकोल से बनी थाली, कप, प्लेट, कटोरी व गिलास की जगह स्टील के बर्तनों का उपयोग किया गया। स्टील के बर्तनों को धोने का कार्य भी स्वयं अपार्टमेंट की महिलाओं ने मिलकर किया। पर्यावरण को प्लास्टिक प्रदूषण से बचाने के लिए तथा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के लिए सेक्टरवासियों की यह एक अच्छी पहल है।

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प्लास्टिक प्रदूषण हमारे पर्यावरण को काफी तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है। प्लास्टिक पदार्थो से उत्पन्न कचरे का निस्तारण काफी कठिन होता है और धरती पर प्रदूषण में भी इसका काफी अहम योगदान है। जोकि एक वैश्विक चिंता का विषय बन गया है। भारी मात्रा में प्लास्टिक कचरे के इकठ्ठे हो जाने से पर्यावरण में प्लास्टिक प्रदूषण फ़ैल रहा है। प्लास्टिक एक नान बायो-डिग्रेडबल पदार्थ है, यह पानी या मिट्टी में विघटित नही होता है और इसे जलाने पर इसका प्रभाव और भी अधिक हानिकारक हो जाता है। यह वातावरण में सैकड़ो सालो तक उपस्थित रहता है, जिससे यह वायु, जल और भूमि प्रदूषण उत्पन्न करता है। इसके साथ ही मनुष्य, जीव-जन्तुओ और पेड़-पौधो के लिये भी बहुत हानिकारक है। हालाँकि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर में प्लास्टिक के प्रगोग पर 15 अगस्त से प्रतिबंध लगा रखा है, परन्तु इसका अभी तक धरातल पर असर दिखाई नहीं दे रहा है। अभी भी प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है।