ग्रेटर नोएडा: यमुना विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया को साहित्य के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान के लिए वर्ष 2018 का अन्तरराष्ट्रीय विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया। सिद्धार्थनगर के इटवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य सम्मेलन में न्यूजीलैंड समेत चार देशों तथा 28 राज्यों के साहित्यकारों ने भाग लिया। सिद्धार्थ तथागत कला साहित्य संस्थान द्वारा आयोजित पांचवें वाषिर्क अधिवेशन में साहित्य के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान के लिए वर्ष 2018 का अन्तरराष्ट्रीय विशिष्ट सम्मान शैलेंद्र भाटिया को प्रदान किया है। कार्यक्रम का आयोजन जनपद सिद्धार्थनगर के इटवा में आयोजित किया गया था। PCS शैलेंद्र भाटिया को यह सम्मान कॉमनवेल्थ अन्तरराष्ट्रीय विविद्यालय (न्यूजीलैंड) के डीन डॉ. वेगराज सिंह, रुड़की के पूर्व प्राचार्य डॉ. योगेंद्र नाथ शर्मा, संस्थान के संरक्षक डॉ. राजेंद्र परदेशी और संस्थान के अध्यक्ष डॉ. भास्कर शर्मा द्वारा प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि शैलेंद्र भाटिया को इनके प्रथम कविता संग्रह स़फेद कागज़ के लिए “शोभना सम्मान” नई दिल्ली में आयोजित अलंकरण सम्मान समारोह में प्रसिद्ध साहित्यकार पद्मश्री डॉ. नरेंद्र कोहली द्वारा इसी वर्ष प्रदान किया गया था। रोजमर्रा की जिंदगी पर आधारित कविताओं के इस संग्रह पर इसके पूर्व श्री भाटिया को औरैया हिन्दी प्रोत्साहन निधि का कीर्ति सम्मान प्रदान किया जा चुका है। हाल ही में इनके द्वारा कालजयी उपन्यास रागदरबारी पर लिखित विश्लेषण रागदरबारी समाज का पोस्टमार्टम है और इनके द्वारा लिखित कविता समुद्र,क्योंकि और मैं अटल हूं अच्छी खासी चर्चा में रही है। इस अवसर पर नेपाल की साहित्यिक संस्था की अध्यक्षा श्रीमती मंजुश्री प्रधान, काठमांडू दूतावास के हिन्दी अधिकारी डॉ. रघुवीर शर्मा, डॉ. गोपाल नारसन, टीपी चौबे आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हिंदी साहित्य सम्मेलन में 71 साहित्यकारों को अंतराष्ट्रीय तथागत सृजन सम्मान, 18 को अंतरराष्ट्रीय तथागत विशिष्ट सृजन सम्मान, 14 को तथागत प्रोत्साहन सम्मान तथा 11 साहित्यकारों को तथागत गौरव सम्मान देकर सम्मानित किया गया। तथागत गौरव सम्मान बीआरसी परिसर में सिद्धार्थ तथागत कला साहित्य संस्थान के तत्वावधान मे आयोजित अंतराष्ट्रीय ¨हदी साहित्य सम्मान समारोह में चार देशों और 28 राज्यों से आए मेहमानों ने हिस्सा लिया।