नोएडा: देश के महानतम हिन्दी कॉमेंटेटर जसदेव सिंह का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद राजधानी दिल्ली में निधन हो गया। पद्मश्री और पद्म भूषण पुरस्कारों से सम्मानित जसदेव सिंह 87 वर्ष के थे। 70 और 80 के दशक में आकाशवाणी और बाद में दूरदर्शन से मुख्य रूप से हॉकी की कॉमेंट्री करने वाले दुनिया के महानतम कॉमेंटेटरों से एक जसदेव सिंह का जन्म 18 मई 1931 में राजस्थान के सवाई माधोपुर के बोली गांव में हुआ था। जसदेव सिंह ने अपने करियर की शुरुआत आकाशवाणी से समाचार वाचक के रूप की थी। उनकी आवाज में इतना जादू था कि उन्हें आकाशवाणी और दूरदर्शन से कॉमेंट्री की जिम्मेदारी सौंप दी गई।
उन्होंने 1968 से 2000 के दौरान आकाशवाणी और दूरदर्शन से 09 ओलिंपिक, 08 हॉकी विश्व कप और 06 एशियाई खेलों का आँखों देखा हाल (लाइव कॉमेंट्री) खेल प्रेमियों तक पहुँचाया। इसके अलावा उन्होंने 1963 से लेकर करीब 48 वर्षों तक अपनी जादुई आवाज से स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस परेड का आंखों देखा हाल श्रोताओं तक पहुंचाया।
एक जमाना था जब टीवी नहीं हुआ करते थे। उस समय रेडियो पर आकाशवाणी से जसदेव सिंह की आवाज में मैच का आँखों देखा हाल (लाइव कॉमेंट्री) सुनकर खेल प्रेमियों को लगता था की जैसे वे स्टेडियम में बैठकर लाइव मैच देख रहे हैं। जब तक मैच चलता रहता था खेल प्रेमी रेडियो के पास कान लगाकर बैठे रहते थे।
जसदेव सिंह को 1985 में पद्मश्री और 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें ओलिंपिक के सर्वोच्च पुरस्कार ओलिंपिक ऑर्डर से भी सम्मानित किया गया था। केंद्रीय खेल राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।