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पुलवामा में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले के दो दिन बाद आज एक देश का एक और वीर जवान के शहीद हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में एलओसी से करीब 1.5. किलोमीटर अन्दर के एक आईईडी ब्लास्ट में सेना के मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए। यह धमाका उस वक्त हुआ, जब मेजर आतंकियों की ओर से प्लांट किए गए आईईडी बम को डिफ्यूज करने का प्रयास कर रहे थे। राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में एलओसी से करीब 1.5 किलोमीटर अंदर यह धमाका हुआ। सेना के इंजीनियरिंग विभाग में तैनात मेजर चित्रेश बिष्ट नियंत्रण रेखा के पास एक विस्फोटक डिवाइस को निष्क्रिय कर रहे थे कि वहां पर ब्लास्ट हो गया। मूल रूप से उत्तराखंड के रानीखेत के पीपली गांव के रहने वाले मेजर चित्रेश का परिवार देहरादून की नेहरू कॉलोनी में रहता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले महीने की 7 तारीख को मेजर चित्रेश बिष्ट की तय थी। शहीद चित्रेश के पिता उत्तराखंड पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर थे। जो दो साल पहले ही रिटायर हुए हैं। शनिवार को भी पिता एसएस बिष्ट अपने पैतृक गांव शादी के कार्ड बांटने गए थे।

मेजर चित्रेश बिष्ट अपनी टीम के साथ नियंत्रण रेखा के पास एक विस्फोटक डिवाइस को निष्क्रिय कर रहे थे कि वहां पर ब्लास्ट हो गया। विस्फोट में एक अन्य जवान घायल हो गया, जिसे एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए उधमपुर कमान अस्पताल भेजा गया है। इससे पहले उनकी टीम एक सुरंग के विस्फोटक डिवाइस को निष्क्रिय कर चुकी थी। चित्रेश देहरादून के IMA से 2010 के पासआउट थे। इससे पहले गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जम्मू-कश्मीर के रजौरी स्थित नौशेरा सेक्टर में एलओसी के पास  IDE ब्लास्ट में शहीद हुए देहरादून निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुःख की इस घड़ी में हम सब शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के परिवार के साथ है।

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