पौड़ी: श्रीनगर की तर्ज पर प्राचीन पौराणिक सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव मंदिर में एक दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला निर्विघ्न शांति पूर्वक संपन्न हो गया है। इस वर्ष 5 ही निसंतान दंपतियों ने खड़ा दीवा अनुष्ठान के लिए पंजीकृत करवाया था। लेकिन अंतिम समय में दो दंपतियों ने किन्हीं कारणों से पंजीकृत निरस्त कर दिया। जिसमें तीन निसंतान दंपतियों ने खड़ा दीवा अनुष्ठान किया।
क्षेत्र का आस्था और विश्वास केंद्र कहे जाने वाला पौराणिक एतिहासिक बैकुंठ चतुर्दर्शी मेला में मुख्यातिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष आरती नेगी के प्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य सविता देवी, विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय डबराल मिंटू, क्षेत्र पंचायत सदस्य कविता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य अंजू देवी, उत्तराखंड क्रिकेट टीम के सदस्य हर्ष वर्धन नेगी सहित अन्य अतिथियों के साथ शिव ध्वजा के मंदिर में स्थापित पर मेला का शुभारंभ किया।
यह एतिहासिक बैकुंठ चतुर्दर्शी मिला अनादिकाल से चला आ रहा है, लेकिन विगत बीस वर्षों की मंदिर समिति, थनूल गांव के गांववासियों एवं प्रवासियों के अलावा क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय जनता के सहयोग से भव्य रूप मनाया जा रहा है।![]()
इस वर्ष मेले में मुख्य अतिथि नव निर्वाचित जिला पंचायत उपाध्यक्ष आरती देवी के प्रतिनिधि के तौर नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य सविता देवी गढ़कोट ने बताया कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष आरती देवी ने मुझे अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेजा है मै उनका आभारी हूं। साथ ही मंदिर समिति थानेश्वर महादेव का भी जिन्होंने मुझे जिला पंचायत सदस्य गढ़कोट के रूप में मेरा क्षेत्र का पहला धार्मिक मेला में अतिथि बनने का अवसर दिया। मै मंदिर समिति और इस क्षेत्र की जनता का हमेशा ऋणी रहूंगी। उन्होंने कहा हमारे क्षेत्र का यहां एतिहासिक बैकुंठ चतुर्दर्शी मेला हमारी क्षेत्र की धरोअर है।
इसका संरक्षण और इस धार्मिक मेले की आस्था बरकार रखना हम सभी पंचायत प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है। विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजय डबराल मिंटू ने बताया कि वह मेले में पहली 2008 में आए थे। पहली बार ग्राम पंचायत प्रधान निर्वाचित हुए थे। घंडियाल से पैदल आए थे। तब से आजतक थानेश्वर महादेव मंदिर कोई भी धार्मिक आयोजन हो निरंतर आते रहे हैं। थानेश्वर महादेव की असीम कृपा है। वह पांचवीं बार जनता की सेवक के रूप में पंचायत प्रतिनिधि है। जिस कारण हमको इस धार्मिक आयोजन में शिरकत करने का सौभाग्य मिलता है।
इसी प्रकार नव निर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्य गढ़कोट कविता देवी ने बताया कि यहां मेरा सौभाग्य है कि यह धार्मिक मेला मेरी क्षेत्र सीट के अंतर्गत आता है। यहां तक मैने स्वयं 2007 में इस मंदिर में बैकुंठ चतुर्दर्शी पर खड़ा दीवा अनुष्ठान किया। मुझे चार पुत्रियों के बाद पुत्ररत्न प्राप्त हुआ और आज मुझे इस क्षेत्र का क्षेत्र सदस्य के रूप में भी प्रतिनिधत्व करने का सौभाग्य मिला है। थानेश्वर महादेव का मेरा और मेरा परिवार हमेशा असीम कृपा रही है। मेरे स्तर पर मंदिर परिसर में विकास के लिए जो भी बनेगा मै जरूर करूंगा
क्षेत्र पंचायत सदस्य घंडियाल अंजू रावत ने कहा मुझे इस क्षेत्र में आरएलएम आजीविका मिशन के तहत सेवा करने का मौका मिला था। मै हमेशा थानेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करनी जरूर आती थी। आज सौभाग्य से थानेश्वर महादेव ने अतिथि बनने का भी अवसर दे दिया। और पहली बार क्षेत्र के बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर का मेले में अतिथि बनने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य थैर नीलम देवी ने बताया थनूल गांव रिश्तेदारी में अक्सर आती रहती है। वह पहले भी कहीं बार आई है। इस बार उन्हें भी क्षेत्र पंचायत सदस्य के रूप में मेले में आने का अवसर मिला और उन्हें मंदिर समिति मंच पर सम्मान दिया, इससे ज्यादा सौभाग्य की बात क्या हो सकती है। उन्होंने बताया जबकि मै एक साधारण श्रद्धालु के तौर पर आई थी।उन्होंने मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी का आभार व्यक्त किया।
ग्राम पंचायत थापला के नव निर्वाचित प्रधान राकेश कुमार ने बताया मै जब पिछले कार्यकाल में प्रधान था तब से मंदिर समिति के निमंत्रण निरंतर मेले में आ रहा हूं। इस बार दूसरी बार प्रधान बनने पर पहला निमंत्रण बैकुंठ चतुर्दर्शी मेला थनूल का आया है। यहां मेरा सौभाग्य रहा कि मैं थानेश्वर महादेव की कृपा से दूसरी बार ग्राम प्रधान बना हूं। मै हमेशा थानेश्वर महादेव मंदिर में जीतने भी धार्मिक आयोजन होते उनमें स्वयं सहजता से चला आता हूं। मेरे ऊपर महादेव दूसरी बार कृपा बनी की मुझे अपनी ग्राम पंचायत में सेवा करने का अवसर मिला है
थनूल गांव में ही जन्में उत्तराखंड राज्य किक्रेट खिलाड़ी हर्ष वर्धन नेगी भी विशेष अतिथि तौर पर पहुंचे। उनके साथ उनके अन्य प्रदेश आए क्रिकेट खिलाड़ी मंदिर समिति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा यहां तो हमारा पैतृक गांव है। उन्होंने युवाओं को कहा कि जनपद खेलने वाले किसी भी युवा को उनकी सहायता की जरूरत हो तो वह मोटिवेट तौर पर उन्हें सहयोग करेंगे। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता नव निर्वाचित ग्राम पंचायत प्रधान देवेंद्र सिंह रावत की।
मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने मेला शान्ति पूर्वक संपन्न करने में मंदिर समिति ग्राम एवं क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया। मंदिर समिति द्वारा विगत वर्षों की भांति मंदिर में निरंतर धार्मिक आयोजन में उत्कृष्ट सहयोग करने के लिए मंदिर समिति के सचिव एवं मंदिर के पुरोहित ऋषिभलभ डुकलाण एवं विजय सिंह नेगी को सम्मानित किया गया है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने बताया कि यहां मेला रात्रि को होता है, शांति व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला। लेकिन विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी राजस्व विभाग की टीम जरूर मौजूद थी। लेकिन पुलिस कार्य बहिष्कार को लेकर उन्होंने हाथ पहले ही खड़े कर दिए थे। डौंर थाली पर अजीत धामी और उनकी टीम ने बैठकी जागरों की विभिन्न प्रस्तुतियां दी।
इस वर्ष विशाल भंडारा और रात्री जागरण में जलपान व्यवस्था नरेंद्र सिंह नेगी एवं विमल रावत थनूल निवासी की ओर से की गई। इस अवसर पर मंदिर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मनमोहन सिंह रावत, पूर्व अध्यक्ष दिल्ली मंदिर समिति नरेंद्र सिंह नेगी, विनोद रावत, प्रमोद रावत, महिला मंगल दल अध्यक्ष बसंती देवी, मुकेश रावत, मंगल सिंह लिंगवाल, आर पी नैथानी, सेवानिवृत प्रधानाचार्य दीनदयाल सिंह, महंत गंगा भारती महाराज सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने किया।
थानेश्वर मंदिर से जगमोहन डांगी की रिपोर्ट


