मुनस्यारी

सेराघाट हाइड्रो प्रोजेक्ट को भारी नुकसान, गैला में मलबे से दब कर महिला की मौत

पिथौरागढ़: उत्तराखण्ड मे पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी बंगापानी और आसपास के इलाकों में बीती रात बादल फटने से भारी तबाही मच गई। करीब दो दर्जन मकानों व दुकानों में मलबा घुस गया है। एक दर्जन सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जौलजीबी-मुनस्यारी रोड पर स्थित सेराघाट हाइड्रो प्रोजेक्ट भी इसकी चपेट में आ गया है। जल विद्युत परियोजना को करोड़ों का नुकसान बताया जा रहा है। गैला पत्थरकोट में मलबे की चपेट में आने से एक महिला की भी मौत हो गई। काली, गोरी व रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। पर्यटन नगरी मुनस्यारी में भी कई दुकानों-रेस्टोरेंट व कार्यालयों में पानी व मलबा घुस गया। परगनाधिकारी कार्यालय में भारी मलवा घुसने एवं दीवार क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। डीएम ने तीनों तहसील क्षेत्रों में मंगलवार को स्कूल एवं कालेज बंद कर दिए हैं।

प्रशासनिक अधिकारियों एवं मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात को भारी मूसलाधार वारिश से मुनस्यारी, धारचूला में आम जनजीवन पटरी से उतर गया। सोमवार अपराह्न तक मुनस्यारी में बारिश जारी थी। इसके चलते मुनस्यारी व अन्य क्षेत्रों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने सरकारी व निजी विद्यालयों को मंगलवार को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने लोगों से एहतियात बरतने की भी अपील की है। साथ ही जो भी मकान खतरे की जद में आ रहे हैं, उन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने व लोगों की हर तरह से मदद के लिए प्रशासन, पीडब्ल्यूडी व अन्य विभागों को कार्रवाई करते हुए अलर्ट रहने को कहा है।

भारी वारिश के बीच मुनस्यारी में मुख्य बाजार एवं एसडीएम कार्यालय के नाले चौक होने से पूरे इलाका जलमग्न हो गया है। कई घरों में पानी घुसने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नई बस्ती में सारा पानी घुसने से मले इलेक्ट्रॉनिक एवं बंगाली होटल खतरे की जद में हैं। इनको भारी नुकसान हुआ है जबकि कई दुकान एवं घरों में पानी घुस गया है। बलोता जैंती, रांथी, मालुपति के मकान टूटने की भी सूचना है। मप्वालाबड़ा में भगत मकवाल के पचास खरगोश भी दब गए हैं। इस बीच मुनस्यारी टैक्सी स्टैंड के निकट गोक र्ण मतरेलिया की सुरक्षा दीवार टूट गई है।

लोगों ने बताया कि मुनस्यारी, बंगापानी व मदकोट क्षेत्र में बादल फटने की जैसी स्थिति है। मुनस्यारी-जौलजीबी रोड पर स्थित रनिंग डैम सेराघाट हाइड्रो प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। डैम  कुछ जगहों पर टूट गया है। कई गाड़ियां भी बहने की आंशका है। डैम की मशीनरी को भी भारी नुकसान हुआ है। बारिश के चलते प्रोजेक्ट साइड में खड़ा एक केपर वाहन सड़क सहित बह गया है। इसके अलावा इन क्षेत्रों में कई पैदल रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बंगापानी तहसील के गैला क्षेत्र की नारायणी देवी सोमवार दोपहर मदकोट से घर के लिए जाते समय पहाड़ी से गिरे मलबे की चपेट में आकर खाई में गिर गई जिससे उसकी मौत हो गई है। कुंदन सिंह टोलिया के मकान के निकट पनचक्की को भारी नुकसान हुआ है। एक वाइक भी दब गई है।

भारी बारिश के चलते मुनस्यारी क्षेत्र का जिला मुख्यालय से संपर्क भंग है। जिलाधिकारी रविशंकर ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट रहते हुए तत्काल राहत व बचाव कार्य में जुटने और अधिकारियों-कर्मचारियों को क्षेत्र में बने रहने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने क्षेत्र की जनता से बारिश के दौरान आवागमन न करने की अपील की है। उन्होंने एसडीएम मुनस्यारी, धारचूला व बंगापानी को प्रत्येक घटना की सूचना तत्काल उपलब्ध कराने व राहत-बचाव कार्य तत्परता से करने को कहा है। उन्होंने खतरे की जद में आ रहे परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने व पीडब्ल्यूडी को जल्द सड़कें सुचारू करने के निर्देश दिये गए हैं।