नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के न्यू कौन्डली में रहने वाले उत्तराखंड मूल के एक गरीब परिवार के के होनहार बेटे दीपक बिष्ट का चयन भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में हुआ है। मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के ग्राम बगुना के रहने वाले राजेंद्र सिंह बिष्ट और श्रीमती गीता बिष्ट के बेटे दीपक बिष्ट ने आईएमए परीक्षा में पूरे देश में 101 वीं रैंक हासिल कर परिवार व उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।

गरीबी में गुजर बसर करने वाले बेहद साधारण परिवार के दीपक के पिता राजेंद्र सिंह बिष्ट न्यू कौन्डली में एक ढाबा चलाकर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। बचपन से ही होनहार दीपक ने पढ़ाई के साथ साथ अपने पिताजी के ढाबे में भी सुबह शाम काम कर पिताजी का साथ दिया है। दीपक की प्रारंभिक शिक्षा न्यू कोंन्डली के सरकारी स्कूल से शुरू होकर दिल्ली के सूरजमल विहार स्थित प्रतिभा विकास विद्यालय तक काफी संघर्षपूर्ण और मेहनत से भरपूर रही। दिल्ली विश्वविद्यालय के रामानुजम कॉलेज से गणित में स्नातक कर चुके दीपक अपनी पढ़ाई के साथ साथ बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपने घर की आर्थिक सहायता भी करते हैं।

शुरू से ही देश सेवा का जज्बा लिए दो भाईयों और दो बहनों में तीसरे नंबर के दीपक बिष्ट पढ़ाई के साथ साथ एनसीसी कैडेट्स के तौर पर भी अव्वल कैडेट रहे हैं। सुबह जल्दी उठकर रनिंग करना, वर्काउट करना, फिर पिताजी के साथ ढाबे में हाथ बंटाना दीपक की दिनचर्या रही है।

दीपक बिष्ट की स्व दादी लछिमा देवी भी अपनी ग्रामसभा और आसपास के क्षेत्रों में काफी प्रसिद्ध थीं। उन्होंने अपने जीवन में निस्वार्थ भाव से दाई का काम कर अपनी सेवा दीं। दीपक व उनके परिवार को देवभूमिसंवाद की ओर से ढेरसारी शुभकामनाएं।