श्रीनगर गढ़वाल: राजकीय इंटर कॉलेज नवाखाल खिरसू पौड़ी गढ़वाल में कार्यरत हिंदी प्रवक्ता डॉक्टर रमेश दत्त डोभाल को सेवानिवृत्ति पर विद्यालय परिवार एवं अभिभावकों द्वारा भावभीनी विदाई दी गई. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह नेगी एवं डॉ रमेश डोभाल ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया. तत्पश्चात प्रधानाचार्य, शिक्षकों, अभिभावक संघ अध्यक्ष ताजबर रावत एवं छात्र-छात्राओं ने रमेश डोभाल को माल्यार्पण कर एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया. अंग्रेजी प्रवक्ता ए आर कांडपाल ने उनके सम्मान में विदाई पत्र पढ़ा.

डॉक्टर रमेश डोभाल 33 वर्ष की शानदार सेवा पूर्ण कर 30 मार्च 2024 को सेवानिवृत हो गए हैं. रमेश डोभाल की प्रथम नियुक्ति सन 1991 में राजकीय इंटर कॉलेज खिर्सू में हुई थी. उसके बाद वर्ष 2004 में वे  स्थानांतरित होकर राजकीय इंटर कॉलेज नवाखाल आए. विगत 20 वर्षों से राजकीय इंटर कॉलेज नवाखाल में कार्यरत थे. इस अवसर पर शिक्षक अरविंद काला, टीपी डिमरी, राकेश आर्य, रविंद्र सिंह रावत, आदित्य राम कांडपाल, शिक्षिका वंदना रावत, मीना बिष्ट, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नवाखाल की प्रधानाध्यापिका शर्मिला पुरी आदि ने अपने विचार व्यक्त किये. सभी वक्ताओं ने डॉक्टर डोभाल को एक कर्तव्यनिष्ठ, योग्य एवं मृदभाषी शिक्षक बताया तथा कहा कि उनकी कमी विद्यालय को बहुत खलेगी. अध्यक्ष ताजबर रावत ने कहा कि डॉ रमेश डोभाल की सुंदर अध्यापन शैली के कारण सभी छात्र-छात्राएं उनके विषय में रुचि लेते हैं.

डॉक्टर डोभाल के बड़े भाई पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष किशोरी नंदन डोभाल ने कहा कि अभिभावकों, छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा रमेश डोभाल को जितना सम्मान मिल रहा है उससे उन्हें गौरव का अनुभव हो रहा है. उन्होंने उत्तराखंड में विद्यालयों में भौतिक संसाधनों की कमी एवं विगत तीन वर्षों से प्रवक्ता, प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति न होने पर रोष व्यक्त किया तथा कहा कि लगातार प्रतिवर्ष पदोन्नति होनी चाहिए, ताकि शिक्षक पूर्ण उत्साह से कार्य कर सकें.

अपनी विदाई पर विद्यालय परिवार द्वारा भव्य कार्यक्रम आयोजित करने पर डॉ डोभाल ने आभार व्यक्त किया एवं शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को निरंतर अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर रहने को कहा. विद्यालय के प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि डॉ रमेश दत्त डोभाल एक कर्तव्यनिष्ठ, मृदभाषी, विषय के ज्ञाता एवं समय के पाबंद शिक्षक रहे. वे पाठ्य सहगामी क्रिया कलापों के आयोजन में अहम भूमिका निभाती रहे. विद्यालय के लिए उनका समर्पण अविस्मरणीय रहेगा.

इस अवसर पर रमेश डोभाल के बड़े भाई किशोरी नंदन डोभाल, छोटे भाई दिनेश चंद्र डोभाल, उनकी धर्मपत्नी, रमेश डोभाल के दोनों सुपुत्र प्रशांत एवं ईशान, उनके भतीजे, शिक्षक अरविंद काला, शरद रावत, टीपी डिमरी, रविंद्र रावत, आदित्य राम कांडपाल, प्रदीप कुमार, मनोज नेगी, प्रवीण बिष्ट, राकेश आर्य, वंदना रावत, मीना बिष्ट, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नवाखाल की प्रधानाध्यापिका शर्मिला पुरी, जोगड़ी की प्रधानाध्यापिका जयश्री जोशी, शिक्षक रविंद्र रावत, वरिष्ठ सहायक परमल लिंगवाल, परिचारक शुभम,प्रयोगशाला सहायक विजेंद्र सिंह, छात्र-छात्राएं एवं पुरातन छात्राएं उपस्थित थे.

इस मौके पर विद्यालय परिवार द्वारा भोज का आयोजन भी किया गया. तत्पश्चात ढोल दमो के साथ डॉक्टर रमेश डोभाल को विदाई दी गई. मार्ग में ग्रामीणों द्वारा उन पर पुष्प वर्षा की गई. कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी प्रवक्ता आदित्य कांडपाल ने किया. राजकीय इंटर कॉलेज देहलचोरी के प्रधानाचार्य राकेश नैथाणी, पूर्व प्रधानाचार्य विधि शंकर घिल्डियाल, श्रीकृष्ण गैरोला ने भी रमेश डोभाल को हार्दिक बधाई दी. देवभूमि संवाद की ओर से डॉ रमेश अग्रवाल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.