Dehradun Murder Case: देहरादून में लिव इन में रह रहे एक प्रेमी द्वारा प्रेमिका की हत्या का मामला सामने आया है। प्रेमी ने प्रमिका की पहले तो बेहरमी से हत्या की। उसके बाद शव को एक सूटकेस में बंद कर देहरादून में आशारोड़ी के जंगल में ठिकाने लगा दिया। रविवार को पुलिस ने जंगल से सूटकेस के अंदर से लड़की का सड़ा गला शव बरादम किया है। कोतवाली पटेल नगर पुलिस ने हरिद्वार की लापता युवती के मामले का खुलासा करते हुए आरोपी राशिद (23) पुत्र मुर्सलीन निवासी बागोवाली थाना नई मंडी जिला मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार कर लिया।

29 जनवरी 2024 को हरिद्वार निवासी युवती के पिता ने अपनी 24 वर्षीय बेटी की गुमशुदगी के संबंध में कोतवाली पटेल नगर में शिकायत दर्ज कराई थी। पिता के मुताबिक, उनकी बेटी देहरादून में संस्कृति विहार कॉलोनी में रहकर ब्यूटी पार्लर का काम करती थी। लेकिन बेटी 26 दिसंबर 2023 से लापता है। बेटी से संपर्क करने और ढूंढने का काफी प्रयास किया। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने पिता की तहरीर पर युवती की गुमशुदगी दर्ज की और छानबीन शुरू की।

युवती की बरामदगी के लिए कोतवाली पटेल नगर पुलिस ने टीम का गठन किया। गठित टीम को गुमशुदा की तलाश और खोजबीन के दौरान पता चला कि गुमशुदा युवती देहरादून में संस्कृति लोक कॉलोनी में राशिद नाम के युवक के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। जो युवती के गुम होने के बाद से ही देहरादून से फरार चल रहा है। पुलिस ने राशिद की तलाश शुरू की। इस बीच पुलिस को 30 मार्च 2024 को मुखबिर से सूचना मिली कि राशिद संस्कृति विहार कॉलोनी में अपने किराये के कमरे के आसपास घूम रहा है। जो संभव है कि कमरे से अपना सामान लेने के लिए देहरादून आया है।

इस पर पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए संस्कृति विहार कॉलोनी पहुंचकर राशिद को मौके से हिरासत में लिया और गुमशुदा युवती के बारे में पूछताछ शुरू की। हालांकि, राशिद ने युवती के बारे में कोई भी जानकारी न होने की बात कही। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो राशिद ने घटना का खुलासा किया।

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बागोवाली में मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का काम करता था। वर्ष 2017-18 में उसकी पहचान मोबाइल फोन के माध्यम से शहनूर से हुई थी। उसके बाद से ही वे लगातार एक दूसरे के संपर्क में थे। सितंबर 2023 में वह शहनूर से मिलने देहरादून आया और उसके बाद संस्कृति लोक कॉलोनी आईएसबीटी के पास एक कमरा किराए पर लेकर दोनों साथ रहने लगे।

शहनूर ने बताया था कि वह ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। लेकिन पता पूछने पर हमेशा टाल देती थी। वह हमेशा रात में देरी से और कई बार अगले दिन सुबह कमरे पर आती थी। उसे लगता था कि उसका किसी से संबंध है इसलिए वह देरी से आती है। 27 दिसंबर को भी वह सुबह दो बजे कमरे पर आई तो इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया और शहनूर ने उसे थप्पड़ मार दिया।  जिस पर गुस्से में आकर उसने शहनूर का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।

घटना के बाद अगले दिन उसने शहनूर की स्कूटी लेकर पटेल नगर लालपुल की तरफ गया, जहां से उसने एटीएम कार्ड से 17 हजार रुपये भी निकाले। उसके बाद लाल रंग का एक बड़ा सूटकेस खरीदा और उके शव को सूटकेस में रखकर जंगल में फेंक दिया। इसके बाद वह पकड़े जाने के डर से शहनूर की स्कूटी लेकर अपने गांव बागोवाली मुजफ्फरनगर चला गया और वहां से अपनी बहन के घर पानीपत चला गया। वहीं, अब 30 मार्च को वह देहरादून कमरे से अपना सामान लेने आया था। जहां वह पकड़ा गया। पुलिस ने राशिद की निशानदेही पर आशारोड़ी से करीब 5-6 किलोमीटर सहारनपुर की ओर सड़क किनारे खाई के पास पड़े एक सूटकेस के अंदर से युवती के शव को सड़ी-गली अवस्था में बरामद किया।