देहरादून: गैरसैंण को उत्तराखण्ड की स्थाई राजधानी बनाने की लम्बे समय से चली आ रही मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं का क्रमिक उपवास बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी जारी रहा। राजधानी गैरसैंण निर्माण अभियान के बैनर तले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्त्ता पिछले चार दिनों से परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर उपवास पर बैठे हुए हैं।
धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने आज परेड ग्राउंड में राज्य सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। जिसमे बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने यज्ञ में शामिल होकर हवन कुंड में आहुति डाली और सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की। इस यज्ञ की खास बात यह रही कि इस हवन यज्ञ आठ वर्षीय बाल व्यास हरिनारायण पंत ने स्वस्ति वाचन और वेद मंत्रों के उच्चारण से शुरू किया, और यजमान के रूप में मौजूद अभियान के सभी कार्यकर्ताओं से पूजा करवाई।
बता दें कि बाल व्यास हरिनारायण अभी पहली कक्षा में पढ़ता है। करीब एक घंटे तक चली पूजा में बाल व्यास ने धारा प्रवाह मंत्र व संस्कृत के श्लोकों का प्रवचन किया। यज्ञ समाप्ति के बाद अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने गैरसैंण के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। उनकी मांग है कि गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी जल्द घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने सत्ता पक्ष व विपक्ष को गैरसैंण राजधानी के संर्दभ में अपना मत स्पष्ट करने की मांग की है। उनका कहना था कि गैरसैंण प्रदेश की जनता की भावनाओं से जुड़ा विषय है। और राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण के अलावा किसी अन्य स्थान पर मंजूर नहीं की जायेगी।
इस अवसर पर अभियान प्रमुख रघुबीर बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, एपी जुयाल, पीसी थपलियाल, डीपी ममगाई, बृजभूषण उनियाल, डीडी पांडे, गोविंद जुयाल, राजेन्द्र चौहान, लक्ष्मण रावत, प्रकाश गौड़, मनोज ध्यानी, गणोश धामी, लक्ष्मी थपलियाल, सुमन नेगी आदि भी उपस्थित रहे।