श्रीनगर: प्रदेश के स्वास्थ्य एंव चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने मंगलवार को बेस चिकित्सालय श्रीनगर पहुंचकर कैथ लैब एवं सेंट्रल लैब का निरीक्षण किया। जबकि यात्रियों के लिए दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। स्वास्थ्य सचिव ने बेस चिकित्सालय में हेल्थ एटीएम से लेकर इमरजेंसी सहित अन्य विभागों में चारधाम यात्रियों के साथ ही अन्य लोगों को सही उपचार मिलने पर संतुष्टि जताई। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि गढ़वाल क्षेत्र के लिए जल्द कॉडियोलॉजिस्ट की सुविधा मिलने वाली है, इसके लिए 22 मई बुधवार को कार्डियोलॉजिस्ट के लिए दून में इंटरव्यू होगे।
बता दें कि बेस चिकित्सालय में 6 करोड़ 35 लाख की लागत से कैथ लैब स्थापित हो चुकी है और यहां तमाम चिकित्सकीय उपकरण स्थापित हो चुके है। कैथ लैब का संचालन जल्द हो इसके लिए प्रदेश सरकार ने ’यू कोट वी पे’ फार्मूले के तहत सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति कर रही है और सरकार गढ़वाल क्षेत्र के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में स्थापित करने में आगे बढ़ रही है।
चिकित्सा सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने कैथ लैब के निरीक्षण के दौरान कहा कि “यू कोट वी पे” फार्मूले के तहत प्रतिमाह छह लाख रुपये वेतन देकर कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति एनएचएम के तहत बेस चिकित्सालय में की जायेगी। इसके लिए बुधवार को देहरादून में कॉडियोलॉजिस्ट के लिए इंटरव्यू होंगे। बेस अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के बाद कैथ लैब में नियमित रुप से हृदय रोगों की जांच के साथ ही एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी शुरू हो जाएगी। जो आने वाले समय में कैथ लैब गढ़वाल क्षेत्र के लिए बड़ा वरदान साबित होगी।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि श्रीनगर का बेस चिकित्सालय चार जिलों का सेंटर प्वाइंट होने के साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग का महत्वपूर्ण केन्द्र है। इस दृष्टि से यहां हृदय रोगों की जांच समेत हार्ट सर्जरी होने से सभी को सुविधा मिलेगी। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब में लगे चिकित्सकीय उपकरण के साथ ही अस्पताल में बन रही सेंट्रल लैब के बारे में जानकारी दी व सरकार व शासन का आभार व्यक्त किया। कहा कि सेंट्रल लैब बनने से ब्लड़ सैंपल लेने के बाद जांच रिपोर्ट जल्द मरीजों को मिलेगी, साथ ही यदि कोई ऑनलाइन भी अपने रिपोर्ट लेना लेना चाहता है, वह भी मिल जायेगी। उक्त व्यवस्था से दूर-दराज के मरीजों को लाभ मिलेगा। इस मौके पर संयुक्त निदेशक डॉ. अमित शुक्ला, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह, अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केएस बुटोला, डिप्टी सीएमओ डॉ. पारूल, डॉ. वरूण, संदीप पंवार आदि मौजूद थे।