HNB Garhwal University Convocation: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह श्रीनगर (चौरास परिसर) स्थित स्वामी मनमंथन प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया है। दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई हैं। इस दौरान दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल भी मौजूद हैं।
तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचीं महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इससे पहले बदरीनाथ धाम पहुंचकर भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद राष्ट्रपति हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचीं। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए चौरास परिसर को छावनी में तब्दील किया गया है। समारोह स्थल के अंदर मोबाइल फोन, कैमरा व अन्य उपकरण ले जाने को भी प्रतिबंधित किया गया है। यहां तक कि समारोह स्थल पर सीट पर बैठने के बाद बेवजह खड़े होने या अन्य गतिविधि करने की भी स्वीकृति नहीं रहेगी।
तय समय से आधा घंटा पहले पंहुची राष्ट्रपति चैरास परिसर
राष्ट्रपति अपने तय कार्यक्रम से आधा घंटा पहले गढवाल विश्वविद्यालय श्रीनगर पंहुच गई थी। राष्ट्रपति ने एक बजे चैरास परिसर पंहुचना था, परन्तु वे लगभग साढे बारह बजे चैरास परिसर पहुचं गई्। जिस कारण दीक्षांत समारोह कार्यक्रम को अपने तय समय से 20 मिनट पहले षुरू करना पडा।
एचनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में दीक्षांत समारोह में 59 स्वर्ण पदक, 1182 स्नातकोत्तर डिग्रियां और 98 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की गई। साथ ही विवि के तीनों कैंपस (एसआरटी कैंपस टिहरी, बीजीआर कैंपस पौड़ी, बिरला और चौरास कैंपस श्रीनगर गढ़वाल) में सबसे ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों को पीतांबर दत्त बड़थ्वाल स्मृति गोल्ड मेडल से भी नवाजा गया है।
इन्हें मिला गोल्ड मेडलः
निशांत कुमार को एमए संस्कृत में चार गोल्ड मेडल दिए गए। हरीश चंद्र सती को भौतिक विज्ञान, निकिता और कन्हैया प्रसाद को एमए हिंदी, सोनक ठाकुर को समाजशास्त्र, रूमाना को रसायन विज्ञान, दिव्या सैनी को वाणिज्य, स्वाति सेमवाल, नेहा जोशी को इतिहास, सुभानी असवाल और महिमा सिंह को पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में गोल्ड मेडल दिया गया। सभी छात्र पीजी के छात्र हैं। बता दें कि ये मेडल दानदाताओं की ओर से दिए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्हें खुशी है कि साल 1973 में स्थापित गढ़वाल विश्वविद्यालय ने समय के साथ खुद को ढ़ाला है। आज जब हम वुमेन लेड डेवलेपमेंट (Women Led Development) की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, तब इस दीक्षांत समारोह की विषय वस्तु ‘सशक्त महिला, समृद्ध राष्ट्र’ हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय की प्रगतिशील सोच को परिलक्षित करती है।
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि उत्तराखंड में शिक्षा को जीवन में सदैव महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता रहा है। यहां के लोगों का शिक्षा से लगाव राज्य की साक्षरता दर में भी परिलक्षित होता है, जो राष्ट्रीय औसत से बेहतर रहा है। इसी क्षेत्र ने हिंदी साहित्य को कई बड़ी प्रतिभाएं दी हैं। इस राज्य का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के कारण हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। इस विश्वविद्यालय से जुड़े सभी लोगों से यह अपेक्षा की जाती है कि आप शिक्षा को समाज के साथ जोड़ें। उसे समाज की बेहतरी और कल्याण में लगाएं।
मुझे खुशी है कि वर्ष 1973 में स्थापित इस विश्वविद्यालय ने समय के साथ अपने-आप को ढ़ाला है। आज जब हम women-led development की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, तब इस दीक्षांत समारोह की विषय-वस्तु ‘सशक्त महिला, समृद्ध राष्ट्र’ हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय की प्रगतिशील सोच को परिलक्षित… pic.twitter.com/OQXrZJndHl
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 8, 2023