श्रीनगर गढ़वाल: श्रीनगर गढ़वाल स्थित उत्तराखण्ड के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी (एनआईटी) संस्थान के छात्रों ने आज दूसरे दिन भी कक्षाओं का बहिस्कार किया। बता दें कि एनआईटी श्रीनगर के छात्र गुरूवार से कक्षाओं को ठप्प कर एनआईटी कैंपस के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। बता दें कि वर्ष 2009 में स्वीकृत एनआईटी उत्तराखंड का अस्थायी कैंपस वर्तमान में श्रीनगर स्थित पॉलीटेक्निक के परिसंपत्ति में संचालित हो रहा है। जबकि स्थाई कैंपस के लिए श्रीनगर से 16 किलोमीटर दूर सुमाड़ी में भूमि चयनित की गई है। परन्तु कतिपय कारणों से अभी तक स्थाई कैंपस का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
एनआईटी श्रीनगर के छात्र कैंपस के हास्टलों में हो रही असुविधा, संसथान की छात्राओं के साथ हाल ही में घटी दुर्घटना एवं स्थायी एनआईटी कैंपस की मांग को लेकर आंदोलित हैं। बता दें कि बुधवार को एनआईटी के चार छात्रों को श्रीनगर पॉलिटेक्निक बिल्डिंग के सामने वाली रोड पर एक वाहन ने टक्कर मार दी थी, जिसमें दो छात्रायें गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। इसी को लेकर आक्रोषित छात्र आंदोलन पर चले गये।
एनआईटी प्रशासन छात्रों को समझाने का लगातार प्रयास कर रहा है लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े हैं। छात्रों का कहना है कि वे इससे पहले भी स्थायी परिसर की मांग को लेकर आंदोलन पर गये थे लेकिन उन्होंने केवल आश्वासनों से छला गया। छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
धरने पर बैठे छात्रों ने कहा कि अगर जल्द ही एनआईटी प्रशासन ने सकारात्मक कार्यवाही नहीं की तो इस आंदोलन को बड़ा स्वरूप दिया जायेगा। एनआईटी प्रशासन का कहना है कि छात्रों की समस्या का समाधान खोजा जा रहा है। इसके लिए छात्रों से वार्ता जारी है।