medical-college-srinagar

Srinagar Garhwal News: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के MBBS द्वितीय वर्ष के एक छात्र पर धारधार हथियार से जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। श्रीनगर कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों को बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी के समक्ष पेश किया गया है। जहां से उन्हें पौड़ी जिला कारागार भेज दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के चार छात्र मंगलवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे घसिया महादेव स्थित एक होटल में पहुंचे थे। जहां पर तीन स्थानीय युवक शराब पिए हुए थे। इसी दौरान तीनों युवकों लक्की बिष्ट, अरुण चौधरी और अबू बशर की किसी बात पर मेडिकल कॉलेज के छात्रों के साथ बहस हो गई। तीनों युवकों के द्वारा मेडिकल के छात्र रूड़की निवासी चैतन्य पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। जिसमें वह घायल हो गया। अस्पताल में उपचार के बाद छात्र के परिजन के अनुरोध पर डॉक्टरों ने बुधवार को उसको रेफर कर हायर सेंटर भेज दिया।

हमला करने वाले तीनों आरोपी भेजे जेल

इस मामले में MBBS के छात्र अभय रावत के द्वारा कोतवाली श्रीनगर पर तीन युवकों के खिलाफ तहरीर देकर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। तीनों युवकों को पुलिस के द्वारा अलग-अलग टीम बनाकर गिरफ्तार किया गया। जिन्हें बुधवार शाम को न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी के समक्ष पेश किया गया। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार पौड़ी खांडयूसैण भेज दिया गया है।

मारपीट की घटना के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन सख्त

राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार दिन देर रात MBBS छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना पर कड़ा एक्शन लिया है। कॉलेज प्रशासन ने बैठक कर निर्णय लिया है कि छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर MBBS का कोई भी छात्र टू-व्हीलर नहीं रखेगा। इस संदर्भ में एडमिशन के दौरान छात्र और अभिभावकों द्वारा शपथ पत्र भी दिए गए थे। जिस पर तत्काल कार्रवाई की इजाजत दी गई है।

इसके अलावा देर रात हॉस्टलों से बाहर रहने वाले छात्रों को हॉस्टल और कक्षाओं से तीन माह निलंबन की संस्तुति का निर्णय लिया गया है। MBBS छात्रों के लिए हॉस्टलों में जो-जो नियम हैं, उन पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई पालन कराने के निर्देश चीफ वार्डन और सुरक्षा कर्मियों को दिए गए हैं।

उक्त घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत के निर्देशन में प्रभारी प्राचार्य डॉ. निरंजन कुमार गुंजन ने मेडिकल कॉलेज में चीफ वार्डन, वार्डन और सुरक्षा कर्मियों के साथ बैठक आयोजित की थी। जिसमें फैसला लिया गया की हॉस्टल की टाइमिंग के अनुसार बिना वार्डन को सूचित किए बैगर सुरक्षा गार्ड द्वारा छात्रों को बाहर ना जाने दिया जाए। वहीं, जिस सुरक्षा कर्मी द्वारा यह लापरवाही बरती गई है, उसके खिलाफ कॉलेज प्रशासन ने 1 दिन के निलंबन की कार्रवाई की है।