कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मामले पूरे देश के लिए समस्या का सबब बने हुए हैं। जिसके चलते देश में लॉकडाउन घोषित है। इस जानलेवा महामारी ने देश की रफ्तार थाम दी है। देश को इस महामारी से जल्द से जल्द उभारा जा सके। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे कोरोना के खिलाफ जंग में सामने आए और स्वेच्छा से मदद करें। प्रधानमंत्री की अपील के बाद कई सामाजिक संगठन कोरोना के खिलाफ जंग में शामिल होकर खुल कर मदद कर रहे है। जिससे देश को जल्द से जल्द इस महारमारी से उभारा जा सकें।
इस कड़ी में हंस फाउंडेशन ने बड़ी पहल करते हुए महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड में चार करोड़ रूपये का सहयोग किया है। ताकि देश को चिकित्सा व सेवा के काम में अगली कतार में लगे लोगों को और खासतौर से सबसे कमजोर तबके के लोगों पर कोरोना वायरस के असर को दूर करने में मदद पहुंचाई जा सकें। हंस फाउंडेशन की प्रेणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के सानिद्धय में प्रधानमंत्री राहत कोष में सहयोग की जाने वाली राशि का पत्र हंस फाउंडेशन ने देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को सौंपा।
कोविड-19 से लड़ने के लिए पीएम केयर्स फंड में सहयोग करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस समय देश को मदद की बहुत आवश्यकता है। ऐसे समय में माता मंगला जी ने पीएम केयर्स फंड में चार करोड़ रूपये का सहयोग किया है। यह निश्चित तो देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सहयोग है।
माता मंगला जी ने अपने संदेश में कहां कि आज जब देश महामारी कोविड-19 से लड़ रहा है। देश के कमोजर तबके के लोगों को इस संक्रमण के चलते कई दिक्कतों से जुझना पड़ रहा है। लॉकडानउ के चलते आम लोगों का जीवन स्तर ठहर सा गया है। देश की रफ्तार रूक गई है। इस संकट के समय में देश को बहुत मदद की आवश्यकता है। ऐसे समय में हम एक छोटी सी मदद के माध्यम से देश की सेवा में भागीदारी निभा पा रहे है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
आपको बता दें कि हंस फाउंडेशन कोविड-19 संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन में फंसे कमोजर और जरूरमंद तबके के लोगों के लिए ऑपरेशन नमस्ते के जरिए निरंतर मदद पहुंचा रहा है। उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश,हिमाचल,मध्य प्रदेश,दिल्ली,राजस्थान और देश के तमाम दूसरे राज्यों में हंस फाउंडेशन सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन करते हुए डिजिटल इंडिया के माध्यम से लाखों गरीब परिवारों तक राशन,मास्क और तमाम दूसरी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड को कोविड-19 से लड़ने के लिए हंस फाउंडेशन के 1 करोड़ 51 लाख रूपये की राशि तो प्रदान की ही है। साथ ही उत्तराखंड के दूरगामी क्षेत्रों में बसे ग्रामीणों तक निरंतर खाद्य सामग्री भी प्रदान की जा रही है।