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कोटद्वार: उत्तराखंड के कोटद्वार में मानूसन की पहली बारिश मुसीबत लेकर आई है। मंगलवार तडके हुई भारी बारिश से कोटद्वार शहर के नाले/गदेरे के ऊफान पर हैं। मंगलवार सुबह दो घंटे तक हुई तेज बारिश के चलते पनियाली गदेरे के उफान पर आने से काशीरामपुर में कौड़िया और आमपड़ाव के कई घरों में बरसात का पानी और मलवा भर गया है। जिसके चलते बिजली के करन्ट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई है तथा कई लोगों के घरों में लाखों का सामान नष्ट हो गया है। प्राप्त सूचना के मुताबिक एक घर में बरसात का पानी घुसने से करंट फैल गया। जिसकी वजह से तीन युवकों की मौत हो गयी। घटना की सूचना पर स्थानीय प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा। पुलिस ने तीनों युवकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मानसून की पहली ही बारिश से कोटद्वार शहर तालाब में तब्दील हो गया। कोटद्वार में प्रशासन के दावों की पोल खुल गयीहै। बतादें कि कोटद्वार में हर साल तेज बारिश के चलते नाले/गदेरे के ऊफान पर आ जाते हैं। और घरों में जल भराव होने लगता है।

मंगलवार सुबह करीब दो घंटे तक हुई मुसलाधार बारिश से पनियाली गदेरे के उफान पर आ गया और गधेरे का पानी व मलवा कौड़िया में रंजीत सहित कई लोगों के घरों घुस गया। इसी दौरान टीवी का फ्लग निकालते हुए रंजीत को करंट लग गया। रंजीत को बचाने के लिए गये दो अन्य युवक भी करंट की चपेट में आ गये। स्थानीय लोगों पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनों गंभीर घायलों को राजकीय बेस अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबिक कौड़िया निवासी 30 वर्षीय रंजीत पुत्र बलवीर, 28 वर्षीय अरूण पुत्र कमल, 22 वर्षीय शाकुन पुत्र गुलशन की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। तीनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि देने की कार्यवाही की जा रही है। घटना के बाद से तीनों घरों में मातम पसरा हुआ है। हादसे के बाद इलाके की बिजली काट दी गई है। जिन घरों में पानी घुसा है वे इसे निकालने में जुटे हुए हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोटद्वार तहसील के अन्तर्गत काशीरामपुर में बिजली के करन्ट लगने से तीन लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने जिलाधिकारी पौड़ी को मृतकों के परिजनों को अविलम्ब अनुमन्य सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश देते हुए भविष्य में इस प्रकार की दुःखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसकी कारगर व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने बरसात के दृष्टिगत विद्युत लाइनों की सघनता से जांच करने एवं पुराने बिजली के तारों को बदलने की व्यवस्था करने के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये हैं।

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