यमुना विकास प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ रुपये के जमीन घोटाला मामले में गौतमबुद्ध नगर पुलिस को आज बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले में दाता इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर रमेश बंसल को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि यमुना विकास प्राधिकरण में 126 करोड़ की जमीन की खरीद फरोख्त मामला सामने आया था, जिसके बाद प्राधिकरण के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता की गिरफ्तारी हुई थी, इसके बाद इस मामले में आज दूसरी बड़ी गिरफ्तारी हुई है। गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने यमुना विकास प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ के जमीन घोटाले के मामले में आज हुई दूसरी सबसे बड़ी गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी रमेश बंसल को गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्ञात हो कि रमेश बंसल दाता इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर है। जिसे आज थाना कासना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। रमेश बंसल की गिरफ्तारी से प्राधिकरण कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। आरोपी से पूछताछ में कुछ और नाम सामने आ सकते हैं। इस मामले में प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व रिटार्यड आइएएस अधिकारी पीसी गुप्ता की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।
क्या था 126 करोड़ के जमीन घोटाले का मामला
यमुना प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ पीसी गुप्ता ने दिसम्बर 2013 से फरवरी 2015 के बीच अपने रिस्तेदारों के साथ मिलकर प्राधिकरण को 126 करोड़ की चपत लगाई। आरोप के मुताबिक, गुप्ता ने फर्जी कंपनियां बनाकर पहले किसानों से जमीन खरीदी और फिर सारे नियम कानूनों को ताक पर रख कर वही जमीन प्राधिकरण को ऊंचे दामो में खरीदवा दी। इसके लिए 19 कंपनिया बनाई गई, इन कंपनियों के माध्यम से मथुरा जिले के 7 गांवों में 57.1549 हेक्टेयर जमीन खरीदी गई। और फिर इन्हीं कंपनियों के माध्यम से यह जमीन प्राधिकरण को दो गुने से भी ज्यादा दामो में खरीदवा दी। आरोप है कि प्राधिकरण की योजना में यह जमीन किसी काम की नही थी। फिर भी जान बूझ कर उस समय ऊँचे दामों में जमीन अथॉरिटी को खरीदवा दी गई। यह जमीन आज भी खाली पड़ी है। एफआईआर के मुताबिक दाता इंफ्रास्ट्रक्चर, प्रा. लि. मंडावली, फजलपुर दिल्ली के नाम से भी जमीन की खरीद फरोख्त हुयी थी। आज थाना कासना पुलिस ने रमेश बंसल डायरेक्टर दाता इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया है।
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