Athens Spartathlon Ultra Marathon

ग्रीस के ऐतिहासिक शहर एथेंस में आगामी 30 सितंबर को आयोजित होने वाली “स्पार्टथलॉन अल्ट्रा मैरॉथन 2022” में उत्तराखण्ड के बिनय शाह भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित हुए हैं। इस प्रतियोगिता का आयोजन आगामी 30 सितंबर से 1 अक्टूबर 2022 को ग्रीस में “अंतर्राष्ट्रीय स्पार्टाथलॉन एसोसिएशन” द्वारा किया जा रहा है और इस आयोजन का समापन 4 अक्टूबर 2022 को भव्य समारोह के साथ होगा। यह दौड़ IAU (इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ अल्ट्रा-रनिंग) द्वारा गोल्ड लेवल से संबद्ध है।

मूलरूप से द्वाराहाट, उत्तराखंड के रहने वाले मैराथन धावक बिनय शाह वर्तमान में नजफगढ़-दिल्ली में रहते हैं। “स्पार्टाथलॉन” एक अल्ट्रा मैराथन है और 246 किलोमीटर की दूरी वाली इस दौड़ की शुरुआत यूरोपीय देश ग्रीस के ऐतिहासिक “शहर एथेंस” से होगी और दौड़ का अंत “स्पार्टा शहर” में होगा। 246 किलोमीटर लम्बी इस मैराथन दौड़ को पूरा करने के लिए प्रतिभागियों को 36 घंटे का समय निर्धारित किया गया है और इस दौड़ में बहुत से एलिवेशन्स व अधिक उतार-चढ़ाव भरी कठनाइयों के साथ कई चेक पॉइंट शामिल हैं। इस अल्ट्रा मैराथन दौड़ मार्ग की दूरी सबसे लंबी और कठिनाईयों व जोखिम भरी होने के कारण क्रू (सहायता प्रदाता) को कुछ पूर्व निर्दिष्ट बिंदुओं (निर्धारित जगहों) पर धावकों का साहस बढ़ाने व समर्थक के रूप में मार्ग पर साथ जाने की अनुमति दी जाती है।

बता दें कि इस दौड़ का हिस्सा बनने के लिए बहुत कठिन व जटिल योग्यता मानदंड हैं और इन मानदंडों में न केवल सफल होने पर बल्कि शीर्ष व सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को ही देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना जाता है।

पूर्व में आयोजित इस प्रतियोगिता में सिर्फ एक ही भारतीय अल्ट्रा मैराथन धावक ने इस रेस को पूरा किया है। इस वर्ष की “स्पार्टाथलॉन अल्ट्रा मैराथन” के लिए चयनित भारतीय दल के चार सदस्यों में से एक सदस्य के रूप में उत्तराखण्डी मूल के बिनय शाह का चयनित होना उत्तराखण्ड के लिए खुशी के साथ गर्वित महसूस करने की बात है। बिनय शाह का कहना है कि वो इस वर्ष की दौड़ में हिस्सा लेने वाले चार भारतीयों धावकों में से दूसरे नम्बर का सफल प्रतिभागी हैं और अब उनका लक्ष्य ग्रीस में आयोजित होने वाली इस दौड़ को पूरा करने वाला सबसे तेज भारतीय धावक बनने का है।

बिनय शाह दिल्ली में रहते हुए लगभग हर दूसरे-तीसरे दिन 5 से 21 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं और पिछले 5-6 महीने से इस अल्ट्रा मैराथन दौड़ का हिस्सा बनने वाले सफल प्रतिभागी बनने के लिए और भारतीय दल का सदस्य बनने के बाद भी सप्ताहांत में जब भी मौका मिलता है तो उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट – असगोली – द्वाराहट (लगभग 21 किलोमीटर),  द्वाराहाट – गगास – द्वाराहाट (लगभग 18 किलोमीटर) और द्वाराहाट – दूनागिरी मंदिर – द्वाराहाट (लगभग 30 किलोमीटर) क्षेत्रों में अभ्यास किया है और करता आ रहा हूँ।

इससे पूर्व भी बिनय शाह ने विदेशी धरती पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है जिनमें 24 घंटे लगातार दौड़े जाने वाली “24 ऑवर वर्ल्ड चैंपियनशिप -2019” फ्रांस में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, यूरोपीय देश क्रोशिया में “100 KM World Championship -2018 CROATIA” और दो बार “साउथ अफ्रीका की प्रसिद्ध कॉमरेड अल्ट्रामैरॉथन” में एक बार साउथ अफ्रीका के “डरबन से सेंट पीटर्सबर्ग” और अगले साल “सेंट पीटर्सबर्ग से डरबन” जिनकी दूरी लगभग 90 किलोमीटर के आसपास होने के साथ ही प्रतिभागियों को इस मैराथन में पहाड़ी उतार-चढ़ाव वाले रास्तों और मैदानी क्षेत्रों से गुजरना पड़ता है।

संतोष ध्यानी