देहरादून: भारत-चीन सीमा से एक बेहद दुखद खबर आई है। चीन सीमा पर पूर्वी लद्दाख के नॉर्दर्न सब सेक्टर में देश की रक्षा करते हुए आज उत्तराखंड का लाल शहीद हो गया। आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट टीकम सिंह नेगी एक स्पेशल मिशन के दौरान पूर्व लददाख के नार्दन सब सेक्टर के जनरल एरिया चेनचेंगमो में शहीद हुए। टीकम नेगी की शहादत की खबर से उनके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बलिदानी का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके घर पहुंचने की संभावना है। जिनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
जानकारी के मुताबिक टीकम सिंह नेगी का परिवार देहरादून जिले के रजावाला सहसपुर में रहता है। शहीद टीकम सिंह नेगी आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर थे। इन दिनों उनकी पोस्टिग पूर्वी लद्दाख के नॉर्दन सब सेक्टर में थी। इस समय वो भारत-चीन सीमा चलाए जा रहे एक विशेष मिशन पर तैनात थे, लेकिन तीन अप्रैल को उनका निधन हो गया। आईटीबीपी के अधिकारियों ने परिजनों को फोन पर टीकम सिंह नेगी के शहीद होने की जानकारी दी।
टीकम के परिवार में पिता राजेंद्र सिंह नेगी रिटायर्ड सूबेदार व दादा सुंदर सिंह नेगी भी आर्मी में रहकर देश की सेवा कर चुके हैं। टीकम सिंह नेगी आईटीबीपी में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट एलआरपी के दौरान पूर्व लददाख के नार्दन सब सेक्टर के जनरल एरिया चेनचेंगमो में शहीद हुए हैं। जैसे ही टीकम के बलिदान की खबर स्वजन तक पहुंची, उनके पिता आरएस नेगी, माता मनोरमा देवी, पत्नी दीप्ति नेगी, बहन मधु पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। असिस्टेंट कमांडेट के चार साल के बेटे से पिता का साया उठने पर सांत्वना देने आए हर किसी की आंखें नम थी। बलिदानी के घर पर सांत्वना देने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीणों का तांता लगा रहा। बताया जा रहा है कि शहीद टीकम सिंह नेगी का पार्थिव शरीर मंगलवार चार अप्रैल को दोपहर 12 बजे उनके आवास पर लाया जाएगा। अंतिम दर्शन के बाद कल ही शहीद टीकम सिंह नेगी का पूरे सैन्य सम्मान के साथ के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।