protest against monoj negi murder case

नई दिल्ली: बीती शुक्रवार की रात दिल्ली के बलजीत नगर में उत्तराखंड मूल के 17 वर्षीय किशोर मनोज नेगी की चाकुओं से गोदकर हत्या किये जाने की घटना से गुस्साए उत्तराखंड समाज के लोगों ने आज पटेल नगर थाने के बाहर धरना प्रदर्शन कर हल्ला बोला। यही नहीं आक्रोशित भीड़ ने शादीपुर मेट्रोस्टेशन के पास जाम लगा दिया। जिसे खोलने के लिए दिल्ली पुलिस के जवानों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन पर जाम खोला गया।

बता दें कि शुक्रवार रात को देश की राजधानी नई दिल्ली के बलजीत नगर में मूलरूप से मौला गांव, रानीखेत, अल्मोड़ा, उत्तराखंड का रहने वाले 17 वर्षीय नाबालिग मनोज कुमार नेगी की तीन लडको ने चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी थी। मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक उनकी 15 वर्षीय बेटी के साथ स्थानीय दो-तीन नाबालिग लड़के छेड़छाड़ करते थे। करीब एक हफ्ते पहले भी उनकी बेटी के साथ छोड़छाड़ करने वालों का मनोज ने विरोध किया था। इस दौरान बात इतनी बिगड़ गई थी कि मनोज ने एक लड़के को थप्पड मार दिया था। आरोपियों ने दीपावली बाद इसका हिसाब-किताब करने की बात की थी। आरोपियों ने बदला लेने के इरादे से शुक्रवार रात मनोज पर चाकू से हमला कर दिया। जिससे की उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने दो नाबालिग किशोरों को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि मुख्य आरोपी फरार हो गया था। परिजनों का आरोप है कि तीसरा आरोपी बालिग है, लेकिन पुलिस जानबूझकर उसे नहीं पकड़ रही है।

इस घटना से आक्रोशित उत्तराखंड समाज के लोग आज सुबह बड़ी संख्या में पटेल नगर थाने के बाहर एकत्रित हुए। जहाँ मयूर विहार दिल्ली के भाजपा जिला अध्यक्ष व दिल्ली पैरा मेडिकल इंस्टीट्यूट के चेयरमैंन डॉ. विनोद बछेती की अगुआई में करीब 350 से ज्यादा लोगों ने पहले पटेल नगर थाने के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। परन्तु संतोष जनक जवाब न मिलने पर भीड़ ने पटेल नगर थाने के आगे सड़क पर चक्का जाम किया गया। जिसमे खासकर शाम को भारी संख्या में महिलाओं ने पूरी सड़क को घेर कर जाम लगा दिया। जिससे पुलिस के पसीने छूट गए।

दोपहर तक मनोज नेगी की हत्या में शामिल अन्य लोगों को जल्द गिरफ्तारी की मांग की गई। उसके बाद शाम को स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर उत्तराखंड समाज के लोगों द्वारा घटना स्थल पर जाकर मनोज नेगी की याद में मोमबत्ती जलाकर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद एक विशाल जलूस बलजीत नगर की गली गली से घूमता हुआ पटेल नगर थाने के सामने की सड़क पर पहुंचा और शादीपुर मैट्रो स्टेशन के पास वाले चौराहे पर जाम लगा दिया। जिसमें करीब 350 महिलाओं के साथ पुरूष व सभी वर्ग के बच्चे भी शामिल थे।

इस दौरान मनोज नेगी के हत्यारों को फांसी दो फांसी दो, मनोज नेगी हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा है, दिल्ली पुलिस हाय हाय, अभी तो ली अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है आदि नारे लगते रहे। भारी जाम को देखते हुए भारी पुलिस बल के साथ दिल्ली पुलिस के सीनियर अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। सीनियर अफसर के आश्वासन के बाद जाम खोला गया।

धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि फ़रार आरोपी को कल प्रातः 10 बजे पेश करने का आश्वासन मिलने के बाद थाना निरीक्षक के निवेदन पर कल तक अस्थायी रूप से जाम रोक दिया। अगर हत्यारे को कल तक पकड़ा नहीं गया तो दुबारा सभी लोग जाम लगाकर धरने पर बैठ जायेंगे। और आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने तक धरना जाम जारी रहेगा। आज उत्तराखंड समाज की एकता देखने को मिली। चक्का जाम एवं थाना पटेल नगर के घेराव के कारण ही फरार बालिग अपराधियों के नाम एफआईआर में शामिल करवाने का कार्य सफल हो पाया। अब बहुत जल्द ही बालिग हत्यारे भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

इस धरना प्रदर्शन की अगुआई करने वालों में मुख्यरूप से डॉ. बिनोद बछेती, समाज सेवी अनिल पंत,  बृजमोहन उप्रेती, सुखदेव रावत, शशि मोहन कोटनाला, जगत सिंह बिष्ट, सरिता कठैत, देवकी शर्मा, प्रीतम सिंह जेठा, जगमोहन बिष्ट, कुंदन भैंसोडा, पंकज शर्मा, दिनेश नौंटियाल, संतोष बिष्ट, सतीश नौंटियाल, दीपक भाकुनी आदि उत्तराखंड मूल के लोग शामिल थे।