पौड़ी : सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत पौड़ी जनपद के पांच विकासखंडों पौड़ी, कोट, पाबौ, खिर्सू एवं पोखड़ा के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुऐ डायट प्राचार्य स्वराज सिंह तोमर ने कहा कि सड़क सुरक्षा की जानकारी देना तथा जागरूकता फैलाना एक पुनीत कार्य है। क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं का शिकार सबसे ज्यादा युवा वर्ग है। अत: शैक्षिक संस्थानों की जिम्मेदारी बनती है कि वे स्कूल स्तर से इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।

कार्यक्रम संयोजक डा. प्रमोद नौडियाल ने स्कूल स्तर से सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों में संस्कार डालने होगें कि वे सड़क के नियमों  का पालन करें। प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर राकेशमोहन कंडारी ने कहा कि विद्यालयों में  पहली बार इस तरह के कार्यक्रम किये जा रहे है। इन्हें गम्भीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं  की दर लगातार  बढ़ती जा रही है। कार्यक्रम में यातायात पुलिस के इंस्पेक्टर नीरज शर्मा व उनकी टीम द्वारा भी यातायात नियमों की जानकारी दी गई।

तीन दिवसीय इस कार्यशाला में डायट फैकल्टी श्रीमती शकुंतला कंडारी, विनय किमोठी, डा. शिव भारद्वाज, डा. महावीर कलेठा, जगमोहन पुंडीर, मास्टर ट्रेनर आशा बुडाकोटि ने भी अपनी बात रखी तथा प्रशिक्षण  कार्यक्रम को निर्बाध रूप से चलाने में सहयोग  दिया। प्रशिक्षण में श्रीमती रश्मि गौड़, इंदु पवांर, पूनम रतूड़ी, रेखा रावत, पदमेंद्र लिंगवाल, प्रकाश रावत, सुरेश नौटियाल, सुरेन्द्र सिंह रावत, विभूति रावत, रश्मि बिष्ट, विजय कुमार विनय गिरी आदि शिक्षकों ने सक्रिय  प्रतिभाग किया।