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ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा शहर में समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है। यहाँ आये दिन किसी न किसी सेक्टर में कुछ न कुछ घटनाएँ घटती रहती है। क्रांतिकारी कवि दुष्यंत की यह पंक्तियां आज ग्रेटर नोएडा शहर की दशा बयान कर रही हैं।

कंहा तो तय था चिरागां हर घर के लिए, कंहा चिराग मयस्सर नही शहर के लिए”

शहर की इन्हीं तमाम समस्यायों को लेकर अधिकांश सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधयों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को एक्टिव सिटीजन टीम के नेतृत्व में प्राधिकरण द्वरा पूर्वनिर्धारित (prior appointment) के तहत तय समयानुसार सुबह 10 बजे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से मुलाकात करने उनके दफ्तर गए। परन्तु वहां पहुंचकर प्रतिनिधिमंडल को प्राधिकरण के सीईओ से मिलने से यह कह कर मना कर दिया गया कि साहब अभी मीटिंग में बिजी हैं। महिला शक्ति उत्थान मंडल की अध्यक्षा श्रीमती रूपा गुप्ता ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के लोग यह सोचकर ऑफिस के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करते रहे कि जब सीईओ साहब ने हमें मुलाकात के लिए आज का टाइम दिया है, तो मीटिंग ख़त्म होने के बाद हम लोगों को भी शहर की समस्याओं को लेकर चर्चा करने के लिए अवश्य बुलाएँगे। परन्तु ऐसा हुआ नहीं और डेढ़ घंटे इंतजार के बाद उन्हें कह दिया गया कि साहब को अर्जेंट कहीं जाना है कल आइये। किसी तरह प्रतिनिधिमंडल सीईओ ऑफिस में ज्ञापन देकर आया।

उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष श्री जे पी एस रावत जी ने बताया कि प्राधिकरण के इस रवये से शहर के सामाजिक संगठनो में काफी रोष है। उनका कहना है कि जब प्राधिकरण के अधिकारी सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर सकते हैं तो फिर आम आदमी की क्या हैसियत है कि वो इनके पास अपनी समस्याओं को लेकर जा सके।

प्रतिनिधि मंडल में शामिल संगठनों में मुख्यरूप से एक्टिव सिटीजन टीम, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति, करप्शन फ्री इंडिया, क्राइम फ्री इंडिया, महिला शक्ति उत्थान मंडल, सोशल एक्शन फॉर फारेस्ट एंड एनवायरनमेंट, वरिष्ठ नागरिक समाज, गायत्री परिवार, रोटरी क्लब, व्यापर मंडल जगतफार्म आदि शामिल थे।active-citigen-team