5th day of Webinar organized for adolescent girls by Diet Pauri

पौड़ी : वर्तमान समय में पूरा विश्व कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। ऐसे समय में कोविड-19 के प्रति जागरूक करने एवं महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा की महत्ता के मध्य नजर डायट पौड़ी द्वारा प्राचार्य डॉ. महावीर कलेठा, समन्वयक डॉ. नारायण उनियाल एवं समस्त फैकल्टी के सहयोग से विगत 7 जून से लगातार विकासखंड वार ऑनलाइन वेबीनार के माध्यम से कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इसी श्रृंखला में पांचवें दिन आज कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलदीप गैरोला, संयुक्त निदेशक एससीईआरटी ने विकासखंड नैनीडांडा एवं रिखणीखाल की बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता कभी भी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती है। अगर मन में किसी कार्य को करने की दृढ़ शक्ति इच्छा शक्ति है, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके लिए उन्होंने पूर्व राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा की कहानी बच्चों को सुनाई। अरुणिमा को लुटेरों द्वारा ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था इस हादसे में उनका एक पैर काटना पड़ा था और कमर में कई टांके लगे थे। 4 माह तक अस्पताल में रहने के बाद जब वह स्वस्थ होकर लौटी तो उसके एक वर्ष बाद उन्होंने दुनिया की सबसे ऊँची चोटी एवरेस्ट को फतह कर दिया है। जबकि उनका एक पैर आर्टिफिशियल था। अतः बालिकाओं को इस कहानी से प्रेरणा लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं की मन लगाकर तैयारी करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने छात्राओं को नियमित रूप से अखबार पढ़ने एवं दूरदर्शन समाचार देखने की सलाह दी। ताकि उनका सामान्य ज्ञान बढ़ सके। साथ ही अपनी शिक्षिकाओं से भी प्रेरणा लेनी चाहिए।

डायट पौड़ी द्वारा ऑनलाइन कार्यशाला आयोजन करने पर संपूर्ण डायट परिवार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि डायट पौड़ी द्वारा इसके अतिरिक्त जो ऑनलाइन प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं एवं कोविड-19 से संबंधित जानकारी दी जा रही है उसके लिए डायट पौड़ी को हार्दिक बधाई।

इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खिर्सू पौड़ी के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिरुद्ध नेगी ने कोरोना वायरस के लक्षण एवं इसके बचाव की जानकारी छात्राओं को दी। छात्राओं को खंड शिक्षा अधिकारी अजीत भंडारी, श्रीमती शालिनी रावत, संगीता डोभाल, डॉक्टर दीपशिखा, कृतिका, आयुषी, श्वेता, मीमांसा, जगमोहन कठैत आदि ने स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी जानकारियां दी। प्राचार्य डॉ महावीर कलेठा एवं समन्वयक डॉ नारायण उनियाल ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए उनको आश्वस्त किया कि उनके कुशल निर्देशन में आगे भी अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।