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देहरादून: उत्तराखण्ड से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा ब्लॉक के अंतर्गत एक गैर आबादी वाला गाँव ग्राम- बौर को गोद लेने का फैसला लिया है। सांसद अनिल बलूनी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया है कि यह गाँव पूरी तरह निर्जन है और इसको पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर आबाद करने की कोशिश की जाएगी।

उन्होंने कहा कि इस गाँव को पुनर्जीवित करने के लिए मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य और रोजगार से जोड़ा जाएगा। इस संबंध में शीघ्र ही गाँव के प्रवासियों के साथ बैठक की जायेगी। बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड में पलायन की समस्या काफी भयावह बनती जा रही है, गाँव धीरे-धीरे खाली होते जा रहे हैं, ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने राज्य की विशिष्ट संस्कृति और परंपरा को पुन: प्रतिष्ठित करने के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि निर्जन गांवों को आबाद करने का यह प्रयास उत्तराखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा। जो नौजवान रोजगार के लिए गाँव छोड़ने को मजबूर हुए हैं, उन्हें वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराकर ‘रिवर्स माइग्रेशन’ के द्वारा गांवों को आबाद करने की शुरुआत की जा रही है।

उन्होंने बताया है कि गाँव को अंगीकृत करने के साथ-साथ इन गैर-आबाद गांवों के पुनर्जीवन की कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है। उत्तराखंड के लाखों प्रवासी जो कि दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, लखनऊ, बरेली, मेरठ, गाजियाबाद, भोपाल, इंदौर, जयपुर, आदि शहरों में जाकर बस गए हैं, उन सबसे चर्चा कर गैर-आबाद गांवों के पुनर्जीवन हेतु अनुरोध किया जाएगा और उनकी मांगों के निराकरण हेतु प्रयास किया जाएगा। साथ ही प्रवासियों से संवाद अभियान के माध्यम से उत्तराखंड के कौथीग (मेले), ऋतुपर्व और पारंपरिक आयोजनों को पुनर्जीवित करने के लिए संपर्क किये जायेंगे। वे जल्दी ही प्रवासी परिवारों से संवाद करेंगे।