illegal meat shop in Srinagar

श्रीनगर गढ़वाल: श्रीनगर बजार में अवैध रूप से संचालित हो रही मीट की दुकान को बंद कराने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन से लम्बे समय से मांग की जा रही है। परन्तु प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इसबीच आज पुलिस प्रशासन उस समय सकते में आ गया, जब भाजपा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत सिंह भंडारी ने जहर की पुड़िया के साथ खुद को एसडीएम कार्यालय में एक कमरे में बंद कर दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मीट की दुकान को सील नहीं कर दिया जाता तब तक वह बाहर नहीं आयेंगे और यदि उनके साथ जोर जबरदस्ती की गयी तो वह जहर खाकर आत्महत्या कर लेंगे। भाजपा नेता के सुसाइड करने की धमकी देने के बाद आखिरकार स्थानीय प्रशासन ने अवैध रूप से संचालित मीट की दुकान को सील कर दिया।

दरसल श्रीनगर में पीपलचौरी से बाजार को जाने वाले मार्ग पर जहूर आलम नाम के शख्स की मीट की दुकान है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि उक्त मीट की दुकान मानकों का उल्लंघन कर अवैध रूप से संचालित की जा रही है। जिसे बंद कराने को लेकर भाजपा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत सिंह भंडारी लंबे समय से आंदोलित है। हालाँकि प्रशासन द्वारा उक्त दुकान को कुछ समय पूर्व बंद भी कर दिया था। परन्तु दुकान मालिक द्वारा दुकान व घर पर रोक के बावजूद धडल्ले से मीट बेची जा रही है। साथ ही दुकान का विरोध करने वालों को उल्टा डराया धमकाया जा रहा था।

रविवार देर सांय पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत सिंह भंडारी ने अवैध मीट की दुकान को खुली देखकर दुकान के बाहर ही अपना धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनके साथ कई स्थानीय लोग भी धरने पर बैठ गए। वहीं, दूसरी तरफ चिकन शॉप मालिक भी अपने परिवार के साथ लोगों के खिलाफ धरने पर बैठ गया। लखपत सिंह भंडारी ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि प्रशासन उक्त दुकान को सील नहीं करता तो वह सोमवार को तहसील पंहुच कर आत्महत्या जैसा बडा कदम उठायेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लाइव चलाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया और दोनों पक्षों को अपने-अपने घर भेजा।

इसके बाद सोमवार को अपनी पूर्व घोषणानुसार लखपत सिंह भण्डारी सुबह 11 बजे अपने समर्थकों के साथ तहसील पंहुच गये और प्रशासन द्वारा दुकान पर कोई कार्यवाही होते न देख उन्होंने खुद को जहर की एक पुडिया के साथ उपजिलाधिकारी कार्यालय में बंद कर दिया। जिससे पुलिस प्रशासन में हडकंप मच गया। एसडीएम कार्यालय में बंद भण्डारी से वार्ता करने पंहुचे तहसीलदार यशवीर सिंह व कोतवाल हरिओम सिंह चैहान सहित अन्य अधिकारी ने भण्डारी ने बाहर आ कर वार्ता करने की बात कही। भण्डारी का कहना था कि जब तक प्रशासन इस अवैध मीट की दुकान को सील नहीं करता तब तक वह अपने आप को कार्यालय के अन्दर ही बंद रखेगें। यदि पुलिस प्रशासन ने उनके साथ जोर जबरदस्ती करने की कोशिश की तो वह जहर खा लेगें। भण्डारी का यह भी कहना था कि उक्त दुकान को प्रशासन ने कुछ दिन पहले बंद कर दिया था तो यह कैसे दुबारा अवैध मीट बेच रहा है। वहीं यह दुकान का विरोध करने वालों को डरा धमका रहा है आखिर कब तक लोग इनकी दादागिरी सहते रहेगें। इसलिये उक्त दुकान को पूरी तरह सील किया जाना चाहिये।

आखिरकार प्रशासन ने भण्डारी को कहा कि अवैध रूप से संचालित हो रही मीट की दुकान को सील करने के आदेश हो गये है। जब प्रशासन दोपहर को मीट की दुकान को सील करने पंहुचा तो उक्त दुकान के मालिक जहूर अहमद के लडकों व उनकी पत्नियों ने प्रशासन का भारी विरोध किया। विरोध को देखते हुए एक बार पुलिस प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गये। काफी देर तक चले ड्रामे के बाद आखिर प्रशासन दुकान को सील बंद करने में सफल रहा। जब प्रशासन ने दुकान को सील बंद करने के आदेश की कॉपी लखपत भण्डारी को दी तो व उपजिलाधिकारी कार्यालय से बाहर आये।

वहीं जानकारी मिली है कि दुकान सील होने के बाद फिर से उक्त दुकान की सील भी तोड दी गयी। जिस पर प्रशासन ने कहा कि यदि ऐसा किया गया है तो उस पर कार्यवाही की जायेगी।