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UKPSC Paper Leak : उत्तराखंड में पटवारी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद सवालों के घेरे में आई एक और भर्ती परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक मामले में धामी सरकार ने सख्त कदम उठाया है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा जून 2022 में आयोजित सहायक इंजीनियर (AE) और कनिष्ठ इंजीनियर (JE) पदों पर भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में एसआईटी द्वारा 9 व्यक्तियों के खिलाफ शुक्रवार को मुकदमा दर्ज किया गया।

गौरतलब है कि उत्तराखंड में पिछले कुछ महीनों में एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने के कई मामले सामने आए हैं। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पटवारी भर्ती लिखित परीक्षा के बाद एक और भर्ती परीक्षा भी सवालों के घेरे में आ गई थी। पटवारी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद वर्ष 2021-22 में हुई AE और JE की भर्ती परीक्षा भी सवालों के घेरे में आ गई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी ने इन परीक्षाओं की जांच भी शुरू कर दी थी।

जाँच में पता चला कि जेल जा चुके अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और शिक्षक राजपाल ने गठजोड़ कर आयोग के दूसरे अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार के साथ मिलकर एई-जेई के प्रश्नपत्र भी लीक कराये। अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार ने ही पेपर सेट किया था। एसआईटी जांच में सामने आया कि लक्सर और ज्वालापुर हाईवे स्थित जुर्स कंट्री में अभ्यर्थियों को प्रश्न रटवाया गया था।

एसआईटी हरिद्वार द्वारा की गयी जांच के बाद निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और दूसरे अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार, संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु, शिक्षक राजपाल, संजीव कुमार उर्फ संजीव दुबे, नितिन चौहान, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल, सुनील सैनी, मनीष कुमार सहित 9 लोगों को आरोपी बनाते हुए संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जिनमे से पटवारी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु, राजपाल और उसका भतीजा संजीव दुबे, मनीष कुमार पहले ही जेल में बंद हैं।

इस मामले में सीएम धामी ने कहा कि “हमारी सरकार पूरे सिस्टम को सुधारने के लिए कृत्संकल्प है। भर्तियों में गड़बडी करने वालो को कतई बख्शा नही जायगा। यूकेपीएससी की एई और जेई परीक्षाओं में शिकायते मिलने पर तुरंत  जांच के आदेश दिए गए थे। मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। इनमें जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।  पहले भी विभिन्न भर्तियों में गड़बडी करने वालों को जेल भेजा गया है। ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि पूरे पारदर्शी और साफ सुथरे तरीके से भर्ती परीक्षाएं हो। भर्ती कैलेंडर जारी कर उसके अनुरूप परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। जल्द ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लाया जा रहा है। प्रदेश के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।”